इस तरह नए सत्र के लिए एमबीबीएस की कुल 2110 सीटें हो गई हैं। इन सभी सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए काउंसलिंग अगस्त के पहले हफ्ते में शुरू होने की संभावना है। डीएमई डॉ. यएूस पैकरा ने कहा – सभी 1910 सीटें एनएमसी से रिनुअल हो गईं है। दो नए कॉलेजों में 200 समेत इस बार 2110 सीटों के लिए काउंसलिंग होगी। दिल्ली से निर्दश मिलते ही काउंसलिंग शुरू की जाएगी।
प्रदेश में 10 सरकारी व 5 निजी मेडिकल कॉलेज हैं। इनमें दो नए निजी कॉलेजों को इस साल मान्यता मिली है। प्रदेश में 22300 से ज्यादा नीट यूजी क्वालिफाइड छात्र हैं। ये छात्र ही काउंसलिंग के लिए पात्र होंगे। चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार सभी सीटों का रिनुअल होने से बड़ी राहत मिली है। डीएमई के अधिकारियों व नीट पास छात्रों को इसी बात का इंतजार था कि पुराने कॉलेजों की सीटों का रिनुअल होगा या नहीं।
नेहरू मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सबसे ज्यादा 230 सीटें हैं। यह प्रदेश का सबसे पुराना कॉलेज भी है। नीट टॉपर व अच्छी रैंक वाले छात्र सबसे पहले इसी कॉलेज में एडमिशन लेते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 22 जुलाई को अपने फैसले में नीट यूजी दोबारा नहीं होने की बात कही है। इससे काउंसलिंग का रास्ता खुल गया है। काउंसलिंग इस बार डीएमई कार्यालय करवाएगा। पहले दिल्ली से काॅमन काउंसलिंग होने की संभावना थी।
कॉलेजों का निरीक्षण नहीं इस बार पेनाल्टी लगाई और दे दी मान्यता
इस बार सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए एनएमसी की टीम ने निरीक्षण नहीं किया। लोकसभा चुनाव के कारण ऐसा हुआ। एनएमसी ने सभी डीन की ऑनलाइन मीटिंग ली थी। इसमें जरूरी फैकल्टी व इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी पर 5 से 10 लाख रुपए की पेनाल्टी लगाई थी। तभी अधिकारियों ने संकेत दिया था कि एमबीबीएस सीटों का रिनुअल हो जाएगा। निजी कॉलेजों पर भी 6 से 10 लाख रुपए पेनाल्टी लगाई गई थी। सभी सीटों को मान्यता मिलने से कॉलेज प्रबंधन के साथ छात्रों को बड़ी राहत मिली है।
प्रदेश में एमबीबीएस की सीटें इस प्रकार
कॉलेज सीटें
रायपुर 230
दुर्ग 200
सिम्स बिलासपुर 180
अंबिकापुर 125
कोरबा 125
रायगढ़ 100
राजनांदगांव 125
महासमुंद 125
कांकेर 125
जगदलपुर 125
बालाजी रायपुर 150
रिम्स रायपुर 150
शंकराचार्य भिलाई 150
रावतपुरा रायपुर 150
अभिषेक भिलाई 50
कुल 2110