हो जाइए सावधान….शुरू हो गया रेंगती मौत का कहर, अब तक इतने लोग हुए सर्पदंश के शिकार
Raigarh News: इन दिनों जिले में रेंगती मौत का खतरा काफी बढ़ गया है। हर दिन औसतन दो लोग सर्पदंश के शिकार हो रहे हैं, लेकिन समय से उपचार मिल जाने के कारण लोगों की जान बच जा रही है।
CG Snake News: रायगढ़। इन दिनों जिले में रेंगती मौत का खतरा काफी बढ़ गया है। हर दिन औसतन दो लोग सर्पदंश के शिकार हो रहे हैं, लेकिन समय से उपचार मिल जाने के कारण लोगों की जान बच जा रही है। वहीं कई लोगों के अस्पताल पहुंचने में देर होने के कारण जान भी चली जा रही है।
उल्लेखनीय है कि जिले में जहरीले सर्पों का खतरा काफी बढ़ गया है। गर्मी के दिनों में भी हर दिन लोग सर्पदंश के चपेट में आ रहे थे, लेकिन जब से बारिश शुरू हुआ है। तब से इनकी संख्या में और बढ़ोत्तरी हुई है। जिससे इन दिनों सर्पदंश के शिकार लगातार लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं कई लोगों को अस्पताल पहुंचने में विलंब होने पर उनकी जान भी चली जा रही है, लेकिन ज्यादातर मरीजों को समय से एंटी स्नैक बाईट मिल जाने के कारण जान बच जा रही है। वहीं लगातार सर्पदंश के मरीज आने के कारण अस्पतालों में बड़ी संख्या में एंटी स्नैक बाईट उपलब्ध कराया गया है, ताकि किसी मरीज को परेशानी का सामना न करना पड़े। वहीं मेडिकल कालेज व जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या पर नजर डाले तो सिर्फ जून माह में ही 37 लोग सर्प दंश के शिकार हुए हैं।
आ रहा सर्प दंश का समय ऐसे में बताया जा रहा है कि सर्प दंश का समय अब आ रहा है, बरसात के दिनों में बारिश होने पर सर्पों के ठिकानों पर पानी जाते ही वह बाहर निकलते हैं, और बारिश बंद होने के बाद जैसे उमस बढ़ता है तो गर्मी से निजात पाने के लिए बाहर निकलते हैं, जिससे उनके संपर्क में जो भी व्यक्ति आता है उसको डंस लेते हैं। ऐसे में इन दिनों लोगों को ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है। वहीं देखा जाए तो जब से बारिश हुई है तब से जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हर दिन दो-तीन लोग सर्पदंश के मरीज पहुंच रहे हैं, जिसमें से ज्यादतर मरीज उपचार के बाद स्वस्थ होकर लौट रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों से ज्यादा पहुंच रहे मरीज खरसिया थाना क्षेत्र के मदनपुर निवासी हीरालाल यादव पिता बृजराम यादव (38 वर्ष) राजमिस्त्री का काम करता है। जिससे शुक्रवार को सुबह धनागर के शासकीय स्कूल भवन का निर्माण करने के लिए आया हुआ था, इस दौरान सुबह करीब 8 बजे ईट उठा रहा था, जहां पहले से बैठा एक सर्प ने उसके हाथ में डंस लिया। जिससे स्कूल शिक्षकों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उपचार के बाद स्थिति में सुधार होना बताया जा रहा है।
यह कहते हैं विशेषज्ञ मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टर जितेंद्र नायक का कहना है कि इस समय सर्पों के बिलों से बाहर निकलने का अनुकुल मौसम बन रहा है। ऐसे में इन दिनों खांस-फुस व जंगली क्षेत्रों में जाने से बचें। साथ ही खेत-खलिहान व घरों में जमीन पर बैठने से बचने की जरूरत है।
इसके बावजूद अगर कोई सर्प काटता है या उसके संपर्क में कोई व्यक्ति आता है तो उसको तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंदों में जाकर जांच कराना चाहिए। क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि पता नहीं चलता कि सर्प काटा है, जिससे कुछ घंटे बाद शरीर में सूजन होने लगता है और सुस्ती, चक्कर आने लगता है, ऐसे में डाक्टरों से संपर्क कर जांच कराए, ताकि समय पर उपचार हो सके। वहीं अगर सर्प जिस हाथ व पैर में डंस लिया है उसे बिल्कुल न हिलाए, क्योंकि हिलने से ब्लड की गति बढ़ने लगती है। इससे जहर तेजी से फैलता है।