Patwari Suspended: मुआवजा पत्रक तैयार करने में खुलकर की थी मनमानी
सीजीपीडीसीएल (
छत्तीसगढ़ पावर जनरेशन कंपनी) को आवंटित कोल ब्लाक गारे-पेलमा सेक्टर-3 के प्रभावित ग्राम बजरमुड़ा में एक फसली कृषि भूमि को दो-फसली, कच्चे मकान को पक्का, व पौधों को पेड़ बताकर व अन्य कई तरीके से परिसंपत्तियों की गणना गलत तरीके से कर निजी भू-स्वामियों को लाभ दिलाने के उद्देश्य से गणना पत्रक तैयार किया गया था।
इसके आधार पर मुआवजा भी जारी कर दिया गया। इस मामले को लेकर हुई शिकायत की जांच में शिकायत को प्रमाणित पाया गया। जिसके आधार पर राज्य स्तरीय टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर राजस्व सचिव ने दोबारा गणना करने व संलिप्त अधिकारी व कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया था।
दो पटवारी को तत्काल रूप से किया गया निलंबित
जुलाई माह में जारी उक्त आदेश के बाद जिला स्तर पर कार्रवाई लटक गई थी। जिसमें अब जाकर कार्रवाई शुरू हुई है। इस मामले में तमनार के हल्का नंबर 14 में पदस्थ पटवारी जितेंद्र पन्ना जो कि वर्तमान में घरघोड़ा के हल्का नंबर 02 में पटवारी के रूप में पदस्थ है। तमनार के हल्का नंबर 14 के तत्कालीन पटवारी मालिक राम राठिया जो कि वर्तमान में तमनार में ही हल्का नंबर 6 में पदस्थ है को एसडीएम ने निलंबित किया है। निलंबन अवधी में दोनों का मुख्यालय कलेक्टोरेट कार्यालय स्थित भू-अभिलेख कार्यालय तय किया है।
एक भी आरआई का नाम नहीं आया सामने
किसी भी प्रोजेक्ट में भू-अर्जन की प्रक्रिया में पटवारी के साथ ही साथ आरआई का भी रिपोर्ट लगता है। अब तक जिला स्तर पर चल रही कार्रवाई में दो पटवारी जितेंद्र पन्ना, व मालिक राम राठिया को निलंबित कर दिया है, लेकिन अब तक इस मामले में एक भी आरआई का नाम सामने नहीं आया है।
इससे शिकायतकर्ता दुर्गेश शर्मा ने आरोप लगाया है कि छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई कर जिला प्रशासन खानापूर्ति करने का प्रयास कर रही है। यही कारण है कि अब तक आरआई व अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं किया गया है।
कार्रवाई के लिए जिला स्तर पर तैयार होगी लिस्ट
Patwari Suspended: राजस्व विभाग के सचिव द्वारा कार्रवाई को लेकर जारी आदेश में यह स्पष्ट कहा गया है कि गणना पत्रक तैयार करने व मूल्यांकन में शामिल समस्त अधिकारी व कर्मचारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करें, लेकिन अब तक उक्त प्रोजेक्ट के गणना पत्रक तैयार करने में शामिल अधिकारियों की लिस्ट ही तैयार नहीं की गई है। जबकि लिस्ट तैयार कर संबंधितों पर कार्रवाई के लिए शासन को अनुशंसा किया जाना है।
एसडीएम घरघोड़ा, रमेश मोर ने कहा कि बजरमड़ा में मुआवजे की गणना को लेकर उच्च अधिकारियों की जांच रिपोर्ट व मिले निर्देश के आधार पर दो पटवारी को निलंबित किया गया है। अन्य अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई के लिए लिस्ट जिला स्तर पर तैयार होगी।