पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार खोखसीपाली और लीमगांव आपस में जुड़ा है। शक्रवार की रात उक्त दोनों गांवों के लोग अपने-अपने घर में सो रहे थे। शनिवार की सुबह खोखसीपाली गांव का सरपंच मालिकराम साहू उठ कर देखा तो उसे उसके घर के आंगन में एक पर्चा मिला। जिसमें लिखा था कि तुम दो लाख रुपए लेकर रात नौ बजे तुम्हारे घर के आगे जंगल रास्ता पठार एरिया में आ जाना। जहां देवी का स्थान है वहां रुपए छोड़ कर चले जाना हम ले लेंगे। जब तुम रुपए लेकर निकलोगे तो हमारा आदमी तुम्हारा पीछा करते रहेंगे। अगर तुम पुलिस और गांव वालों को साथ लाओगे तो जान से जाओगे। पर्चे के अंत में अज्ञात लोगों ने लिखा था कि हम नक्सली हैं। ऐसे में सरपंच काफी डर गया।
असामाजिक तत्वों की करतूत
इस संबंध में पुलिस का कहना है कि यह असामाजिक तत्वों की करतूत है। आने वाले दिसंबर माह से पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, इसलिए सरपंच व बीडीसी को डराने का प्रयास किया जा रहा है। नक्सलियों द्वारा लिखा जाने वाला पर्चा का रंग लाल होता है और उसमें कहीं न कहीं लाल सलाम लिखा होता है, लेकिन यहां तो सफेद रंग के कोरा कागज में नीले पेन से लिखा गया है। वहीं अज्ञात आरोपी पर्चे में नक्सली को भी नसलाइटी लिखे हैं। इसी से पता चलता है कि यह असामाजिक तत्वों की करतूत है। वहीं अज्ञात आरोपी अनपढ़ भी है, दो लाख, चार लाख में कितने शून्य होता है उसे उसकी भी जानकारी नहीं है। कहीं पर वह 20 हजार लिखता है तो कहीं पर दो लाख लिखता है। खैर मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।