बता दें कि वनवास के दौरान दण्डकारण्य में प्रभु श्रीराम ने सबसे ज्यादा समय बिताया था। यह कारण हैं कि महोत्सव अरण्य कांड पर केंद्रित रहेगा। इस महोत्सव में दण्डकारण्य में अरण्य कांड की गूंज सुनाई देगी जिससे छत्तीसगढ़ राम मय होगा। रामचरित और रामायण (National Ramayan Mahotsav) की गाथा ना सिर्फ देश के भीतर बल्कि विदेश में भी सुनाई देगी। इस महोत्सव को लेकर हर कोई अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं। महोत्सव के दौरान प्रतिदिन हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ होगा। संगीतमयी रामायण की प्रस्तुति के साथ ही प्रसिद्ध भजन गायक कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।
इंडोनेशिया और कंबोडिया के कलाकार पहुंचे रायगढ़ National Ramayan Mahotsav: महोत्सव के दौरान तीनों दिन सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ होगा। इसके अलावा इंडोनेशिया और कंबोडिया के कलाकार अपनी प्रस्तुति से चार चांद लगाने वाले हैं। यही नहीं डॉ. कुमार विश्वास, भजन गायिका मैथिली ठाकुर के कार्यक्रम भी यहां होंगे। महोत्सव में प्रस्तुति देने के लिए इंडोनेशिया और कंबोडिया के दल रायगढ़ पहुंच चुके हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे मुख्य अतिथि National Ramayan Mahotsav: राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के शुभारंभ समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि व अन्य केबिनेट मंत्री भी मौजूद रहेंगे। पहले दिन उत्तराखंड, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ की मंडलियां व दूसरे दिन झारखंड, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, ओडिशा, असम, हिमाचल प्रदेश, गोवा और छत्तीसगढ़ की अन्य दूसरी मंडलियों के बीच व्याख्या, संगीत और नृत्य के (Raigarh Ramayan Mahotsav) आधार पर प्रतियोगिता होगी। जिसके बाद समापन समारोह पर विजेता दलों को नकद राशि से पुरस्कृत भी किया जाएगा।