12 नवंबर को स्कूल की छुट्टी होने पर चार बच्चियां तमन्ना विश्वकर्मा (11), आयशना विश्वकर्मा (6) दोनों सगी बहन तथा सुजाता सिदार (7) और मिनाक्षी सिदार (8) दोनों सगी बहन, चारों मिलकर घर के बाहर खेल रहे थे। सुबह करीब 11 बजे खेल-खेल में बच्चियों ने पास में स्थित पेड़ से रतनजोत फल तोड़ लिया और उसके बीज की सब्जी बनाई। इसके बाद अज्ञानतावश बच्चियों ने उक्त सब्जी का सेवन कर लिया। कुछ देर बाद अचानक से सभी बच्चियों की तबीयत बिगडऩे लगी और वे उल्टियां करने लगे। तभी आसपास के लोगों ने जब बच्चियों को इस स्थिति में देखा तो अनहोनी की आशंका पर तत्काल उनके परिजनों को इसकी सूचना दी। इसके बाद परिजनों ने उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
रास्ते भर कर रहीं थीं उल्टियां
पीड़ित परिजनों ने बताया कि चारों बच्चियां अस्पताल लाते समय रास्ते भर उल्टियां कर रहीं थीं। जिससे पीडि़त परिजन सकते में आ गए थे। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि वे क्या करें। जैसे ही वे बच्चियों को लेकर अस्पताल पहुंचे, इसके बाद डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू कर दिया। रातभर बच्चियों की हालत गंभीर बनी हुई थी, जिससे उसके परिजन एक मिनट भी नहीं सोए, लेकिन बुधवार की सुबह जैसे ही बच्चियों के स्वास्थ्य में सुधार आया तो पीडि़त परिजनों के जान में जान आई और उनके चेहरे पर खुशी देखी गई। फिलहाल अभी बच्चियां अस्पताल में ही हैं।