CG Vacancy 2024: डॉक्टर नहीं होने से छह माह से भटक रहे थे मरीज
CG Vacancy 2024: उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल के सिविल सर्जन व ईएनटी विशेष डॉ. आरएन मंडावी विगत छह माह पहले रिटायर्ड हो गए थे। इसके बाद यहां ईएनटी का कोई डाक्टर ही नहीं थे। खास बात यह है कि जिले के सीएचसी, पीएचसी में भी कोई ईएनटी डाक्टर नहीं है। ऐसे में सभी जगह से मरीज जिला
अस्पताल पहुंचते हैं। जिला अस्पताल से ईएनटी डाक्टर के रिटायर्ड होने के बाद यह विभाग पूरी तरह से बंद हो गया था।
CG Vacancy 2024: जिला अस्पताल में हर साप्ताह मेडिकल बोर्ड भी बैठता है, जिससे मेडिकल बनवाने वालों की भी काफी भीड़ होती है, लेकिन नाक-कान के डाक्टर के बगैर समस्या हो रही थी। ऐसे में रिटायर्ड डाक्टर आरएन मंडावी को फिर से संविदा नियुक्ति दी गई है। इससे अब जिलेभर से आने वाले मरीजों को उपचार शुरू हो सका है।
फिलहाल जिले के किसी भी सीएचसी-पीएचसी में ईएनटी डाक्टर नहीं है, जिससे इन अस्पतालों में आने वाले मरीजों को भी हर दिन जिला अस्पताल भेजते हैं। अब हर दिन 20 से 25 मरीजों का उपचार शुरू हो सका है। साथ ही अब मेडिकल बोर्ड का भी कार्य सुचारू रूप से चलने लगा है।
इन पदों पर होनी है भर्ती
जानकारी के अनुसार जिलेभर के अस्पतालों में फर्मासिस्ट, ड्रेसर, नर्स सहित आफिस कार्य के लिए काफी पोस्ट खाली है, जिससे दिसंबर माह के अंत तक इन सभी खाली जगहों को भरने की तैयारी चल रही है। इसके लिए सीएचएमओ आफिस में लगातार आवेदनों की जांच
रायपुर भेजा जा रहा है। इसके साथ ही सीएचओ और एनएचएम की भी भर्ती होनी है, जो बहुत जल्द यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
300 कर्मचारियों की चल रही भर्ती
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो विगत दो साल पहले 200 कर्मचारियों की रेग्युलर भर्ती होना था, लेकिन किसी कारणवश नहीं हो पाई थी। अब विगत दो माह से यह प्रक्रिया शुरू की गई है। संभावना है कि इस माह के अंत तक 200 नए कर्मचारियों की भर्ती कर ली जाएगी। वहीं विभिन्न विभागों में 100 संविदा भर्ती होना है, इसके लिए भी प्रक्रिया जोरशोर से चल रही है। जिले के लगभग सभी अस्पतालों में ड्रेसर से लेकर फर्मासिस्ट, व नर्स की कमी है। इससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि दो साल पहले विभाग द्वारा स्टाफ की मांग की गई थी। इस समय की भर्ती अधर में लटक गई, तब से कम स्टाफ में ही पूरे जिले के का
अस्पताल संचालित हो रहा है।
इससे सीएचसी-पीएचसी से ज्यादातर मरीजों को कभी जिला अस्पताल तो कभी मेडिकल कालेज अस्पताल रेफर किया जाता है, जिससे मरीज के साथ परिजनों को भी परेशानी होती है। जिला अस्पताल में ईएनटी डाक्टर की नियुक्ति हो गई है। साथ ही अन्य स्टाफ की भर्ती के लिए प्रक्रिया चल रही है। बहुत जल्द पूरी कर ली जाएगी।