स्थानीय सरपंच ने पुलिस को जानकारी दी कि हरिशंकर का पत्नी और बच्चों से पारिवारिक विवाद चल रहा है। इससे उसकी पत्नी घर छोड़कर चली गई है। इस विवाद के बाद हरिशंकर सोमवार की सुबह रस्सी लेकर पेड़ पर
फांसी लगाने की मंशा से चढ़ गया और किसी के रोकने पर गाली-गलौच करने लगा। सूचना मिलते ही डायल 112 के आरक्षक शैलेंद्र पैंकरा और वाहन चालक विशाल आवड़े तुरंत गोपालपुर मिडिल स्कूल के पास पहुंचे। जहां बरगद के पेड़ पर गांव का 56 वर्षीय हरिशंकर सिदार चढ़ा हुआ मिला।
स्थिति को देखते हुए आरक्षक शैलेंद्र ने सीढ़ी और बस की व्यवस्था की। इसके हरिशंकर को समझाइश देकर सुरक्षित नीचे उतारा जा सका। इस अभियान में ग्रामीणों की सहायता से हरिशंकर को शांत किया गया और पुलिस उसे थाना लेकर आई। जहां उचित समझाइश के बाद उसे परिवार के साथ घर भेज दिया गया। इस पूरी घटना में आरक्षक शैलेंद्र पैंकरा और ईआरवी वाहन चालक विशाल आवड़े की सक्रिय भूमिका रही, जिन्होंने सूझबूझ से हरिशंकर की जान बचाई।
मौके पर जुटी लोगों की भीड़
इस घटना की जानकारी कुछ देर में ही पूरे गांव में फैल गई। ऐसे में ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए थे। वहीं ग्रामीण अपनी-अपनी तरह से अधेड़ को बरगला कर नीचे उतरने की मिन्नत कर रहे थे, लेकिन ग्रामीण लोगों को अपशब्द कह रहा था। इससे ग्रामीणों में भी नाराजगी थी। अधेड़ के नीचे उतरने पर लोगों ने उसके सामने नाराजगी भी व्यक्त की।