scriptअचानक अटल जी का फोन आया और वे बोले-तुम्हे मेयर का चुनाव लडऩा है : डाक्टर दिनेश शर्मा | Atal and Neeraj like personalities never separate - Dinesh Sharma | Patrika News
रायबरेली

अचानक अटल जी का फोन आया और वे बोले-तुम्हे मेयर का चुनाव लडऩा है : डाक्टर दिनेश शर्मा

शर्मा ने कहा- मेरे पास पैसा नहीं है, इस पर अटल जी ने कहा, पैसे से चुनाव नहीं जीता जा सकता।
 

रायबरेलीAug 20, 2018 / 09:32 pm

Ashish Pandey

atal ji

अचानक अटल जी का फोन आया और वे बोले-तुम्हे मेयर का चुनाव लडऩा है : डाक्टर दिनेश शर्मा

रायबरेली. मैं एक छोटा सा कार्यकर्ता था, लोग मुझे ताना देते थे कि तुम कुछ नहीं कर पाओगे। एक-एक कर सभी मेरा साथ छोडऩे लगे, लेकिन मुझे विश्वास था कि मौका जरूर मिलेगा। एक दिन अचानक अटलजी का फोन आया।
मेरे नौकर ने बताया कि कोई वाजपेयी बोल रहे हैं मैं तुरंत दौड़कर फोन रिसीव किया। उधर से आवाज आयी कैसे हो। तुमको मेयर का चुनाव लडऩा है। यह सुनकर मैं अवाक रह गया। कहा कि मेरे पास तो पैसे भी नहीं हैं। इस पर अटलजी ने कहा कि पैसे से चुनाव नहीं जीता जा सकता है। इसके बाद बड़े पूंजीपतियों के सामने विजय हासिल की। इस दौरान एक दिन के लिए प्रचार में भी आए। खचाखच भीड़ में कहा कि लोकसभा पहुंचाकर कुर्ता पहना दिया। अब पैजामा तब पहनूंगा, जब तुम दिनेश को जिताओगे। उनके भाषण का असर हुआ कि मैं चुनाव जीत गया। यहा बातें यहा उप मुख्यमंत्री डाक्टर दिनेश शर्मा ने कही।
अटल और नीरज जी जैसी शख्सियत कभी मर नहीं सकती
डाक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और गीतकार गोपालदास नीरज जैसी शख्सियत कभी मर नहीं सकती। दोनों ही परम मित्र थे। नीरजजी ज्योतिष के अच्छे जानकार थे। यह बात यहां पर उप मुख्यमंत्री डाक्टर दिनेश शर्मा ने कही। शर्मा ने कहा कि नीरज ने पहले ही स्वयं भविष्यवाणी कर दी थी कि मेरे और मेरे मित्र के देहावसान में महज 30 दिन का अंतर होगा, जो सही साबित हो गया। आज दोनों नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें और विराट व्यक्तित्व आदर्श बना हुआ है।
पूर्व प्रधानमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री की तुलना पर डाक्टर शर्मा ने कहा कि अटलजी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए 26 संगठन एकजुट थे। उनका ऐसा स्वभाव था कि अपनी पार्टी ही नहीं विपक्षियों में भी खासे लोकप्रिय थे। पंजाब कांग्रेस सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने के सवाल पर डाक्टर शर्मा ने कहा कि सिद्धू जी के बारे में बहुत लोग बोल चुके हैं। अब उनकी प्राथमिकता है कि वह किसके साथ जाएंगे। पाकिस्तान गए हंै। वहां गले लगे हैं। तो इतना तो है ही कि वह पाकिस्तान से आने वाले आतंकवाद के खिलाफ कुछ न कुछ बोले होंगे। अटल जी ही सिद्धू को राजनीति में लाए थे। वह अटल जी को अपना अभिभावक मानते थे। जब अटलजी का अंतिम संस्कार हो रहा हो, तो ऐसे में सिद्धूजी का पाकिस्तान जाना कहीं न कहीं शंका पैदा करता है।

Hindi News / Raebareli / अचानक अटल जी का फोन आया और वे बोले-तुम्हे मेयर का चुनाव लडऩा है : डाक्टर दिनेश शर्मा

ट्रेंडिंग वीडियो