कैसे नाकाम हुई भागने की योजना?
जिला कचहरी में सुनवाई के लिए लाए गए कैदी ने गाड़ी से उतरते ही अपने साथ लाए पाउडर से सिपाही की आंखों में हमला कर दिया। मिर्च पाउडर के कारण सिपाही की आंखों में तेज जलन होने लगी, लेकिन हिमांशु ने हिम्मत नहीं हारी। वकीलों ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए कैदी का पीछा किया और उसे पकड़ लिया। बाद में उसे पुलिसकर्मियों के हवाले कर दिया गया।
कैसे बनाया प्लान
मिर्च पाउडर से हमला कर भागने का प्लान फेल हो जाने के बाद पकड़े गए सैफ इमरान ने बताया कि उसे भागने की यह योजना अमर नाम के एक व्यक्ति ने सिखाई थी। अमर ने उसे समझाया था कि 302 के मामले में जेल से छूटना मुश्किल है और भागने का यही मौका है। उसने कैदी को मिर्च पाउडर देकर सिपाही पर हमला करने और फरार होने के लिए उकसाया था। हमले के बाद घायल सिपाही हिमांशु को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी आंखों का इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि घटना में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। अधिवक्ताओं और पुलिसकर्मियों की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी घटना को टाल दिया।