चार जगह बनाया जाएगा फिल्टर प्लांट
शहर में चार जगहों पर फिल्टर प्लांट बनाया जाएगा, जो शहर के गंदे पानी फिल्टर करेगा। इसके बाद पानी को नदी में छोड़ा जाएगा। नगर पालिका सीएमओ के मुताबिक नदी की सौंदर्यीकरण की योजना नहीं है, लेकिन नदी में गंदा पानी न जाए, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शासन से भी सहयोग मिल रहा है। उम्मीद है कि साल के अंत तक इसका काम भी शुरू हो जाएगा।
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वर्षों से उपेक्षित है तांदुला नदी
तांदुला नदी का पानीे बालोद शहरवासियों की प्यास बुझा रही है। हालांकि जलआवर्धन योजना के तहत कुछ वर्षों से तांदुला जलाशय से शहर में पानी सप्लाई की जा रही है। नगर पालिका के प्रयास से नदी फिर से अपनी पूर्व की स्थिति में नजर आ सकती है। कांग्रेस शासनकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट में तांदुला नदी सौंदर्यीकरण को शामिल किया था। इसे प्रशासकीय स्वीकृति नहीं मिल पाई है।
महादेव घाट की तर्ज पर संवार सकते है तांदुला
प्रदेश में कई नदी है, जिसे आकर्षित व पर्यटन स्थल के रूप में शासन-प्रशासन ने संवारा है। जैसे रायपुर का महादेव घाट, राजिम, शिवरीनारायण, जहां की नदी साफ और आकर्षक है। शासन-प्रशासन चाहे तो तांदुला नदी को भी संवार कर पर्यटन के रूप में विकसित कर सकते है। इसके लिए शासन, प्रशासन व जिले के जनप्रतिनिधियों को भी आगे आना होगा।