अब आप वोटर आईडी के बगैर भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं। वोटर आईडी के अलावा 11 अन्य ऐसे डॉक्यूमेंट्स हैं, जिनकी मदद से आपको वोट डालने दिया जाएगा। इन दस्तावेजों में सबसे जरूरी आपका आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक और पासपोर्ट आदि जरूरी है।
इन डॉक्यूमेंट्स करना है जरूरी अगर आप का वोटर आईडी कार्ड खो गया है या फिर कट, फट गया है तो घबराने की जरूरत नहीं है। चुनाव आयोग को अगर आप अपने इन 11 दस्तावेज को दिखाते हैं तो आप मतदान कर सकेंगे। जो इस प्रकार है। आप के पास पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, केंद्रीय/राज्यसरकार/पीएसयू/पब्लिक लिमिटेड कंपनियों के कर्मचारियों को जारी किए गए फोटो वाले सर्विसेज कार्ड, फोटो के साथ वाली बैंक पासबुक, पोस्ट ऑफिस पास बुक, पैन कार्ड, एनपीआर के तहत आरजीआई द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी किए गए हेल्थ इंसोरेंस कार्ड, फ़ोटो वाले पेंशन डॉक्यूमेंट, सांसदों/विधायकों/विधान परिषद सदस्यों को जारी किए गए परिचय पत्र और सबसे जरूरी है आधार कार्ड हो। इन दस्तावेजों के मदद से मताधिकार कर सकेंगे।
वोटर लिस्ट नाम हो जरूर विधानसभा चुनाव के लिए बने वोटर लिस्ट में नाम जरूरी है। आपका नाम वोटर लिस्ट यानी कि मतदाता सूची में नहीं होगा तो फास्टवेज किसी काम नही होगा। इसके साथ ही चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जाकर आप खुद अपना नाम वोटर लिस्ट में तलाश सकते हैं। यह काम करने के दो तरीके हैं। नाम, जन्म तिथि और कुछ अन्य जरूरी डिटेल्स देकर वोटर लिस्ट में अपना नाम चेक किया जा सकता है। अगर आप आम है तो आप मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।
चुनावों की तिथि हो गई घोषित उत्तर प्रदेश समेत चुनाव आयोग ने 8 जनवरी दिन शनिवार को पांच राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान किया है। तभी इन पांचों प्रदेशों में सियासी घमासान मचा है। जनता भी मतदान करने के लिए उत्साहित है। जल्द ही अगले महीने के पहले हफ्ते से इसकी शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी।
लागू हो गई है अचार सहिंता वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक ही चरण में 14 फरवरी को वोट पड़ेंगे। मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा।पांचों राज्यों में मतदान संपन्न होने के बाद 10 मार्च को मतगणना होगी। आयोग की इस घोषणा के साथ ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, पंजाब और गोवा में आदर्श चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई। सभी राज्यों में प्रचार-प्रसार बंद हो गई है।