फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में नाम वापसी और चुनाव चिह्न आवंटन के साथ नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मतदान में कुछ ही दिन भी बचे हैं, लेकिन मतदाता खामोश हैं। रोजाना बदल रहे चुनावी समीकरण के बीच मतदाताओं की चुप्पी ने प्रत्याशियों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में पूरा चुनाव जातीय समीकरण पर टिका समझ में आ रहा है।
साल 2017 और 2022 में फूलपुर से भाजपा के प्रवीण पटेल विधायक चुने गए थे, लेकिन इस बार सपा के मुज्तबा सिद्दीकी से तगड़ी चुनौती मिल रही है। लोकसभा तथा विधानसभा के पिछले तीन चुनाव में दोनों ही दलों के लिए काफी उतार-चढ़ाव वाले रहे। ऐसे में भाजपा और सपा के बीच नजदीकी मुकाबला होने की बात कही जा रही है।
गौर करने वाली बात यह है कि बीते लोकसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी को फूलपुर विधानसभा क्षेत्र में ही सबसे अधिक वोट मिले थे। साथ ही बदलते माहौल में बसपा ने जितेंद्र कुमार सिंह को टिकट देकर अगड़ों को भी जोड़ने की कोशिश की है। ऐसे में बसपा परंपरागत वोट बैंक अनुसूचित जाति के साथ अगड़ी जाति के मतदाताओं के ध्रुवीकरण में सफल रही तो नतीजे किसी भी दिशा में जा सकते हैं।
ऐसे में चुनावी खामोशी हैरान करने वाली है। 13 नवंबर को मतदान है लेकिन अब तक किसी बड़े नेता का आगमन नहीं हुआ है। मतदाता भी पूरी तरह से खामोश है। कहा यह भी जा रहा है कि जिस हिसाब से दोनों प्रमुख दालों के प्रत्याशियों के बीच में टक्कर है, ऐसी स्थिति में अगड़ी जाति यहां निर्णायक साबित हो सकती है।
फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में 12 प्रत्याशी मैदान में हैं। किसी ने भी नाम वापस नहीं लिया। नाम वापसी की अवधि समाप्त होने के बाद उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए गए। अब प्रचार में भी तेजी आ रही है।
उपचुनाव के लिए 19 लोगों ने नामांकन किया था, लेकिन सात का पर्चा खारिज हो गया। इसके बाद बचे 12 में से किसी भी प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया। प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी करने के साथ चुनाव चिह्न आवंटित किए गए हैं। इसी के साथ ईवीएम में प्रत्याशियों के क्रम भी तय कर दिए गए हैं।
इसके तहत मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के नाम सबसे ऊपर हैं। सबसे अंत में कांग्रेस से बगावत करके चुनाव लड़ रहे सुरेश चंद्र यादव का नाम है। राजनीतिक दल एवं प्रत्याशी 11 नवंबर शाम छह बजे तक प्रचार कर सकेंगे। 12 नवंबर को मुंडेरा मंडी परिसर से मतदान कर्मियों की रवानगी होगी। 13 नवंबर को मतदान होगा।
ये प्रत्याशी 12 प्रत्याशी मैदान में हैं
जितेंद्र कुमार सिंह- बसपा दीपक पटेल- भाजपा
मो.मुज्तबा सिद्दीकी- सपा
कमलेश कुमार- राष्ट्रीय समाज पक्ष
दिलीप कुमार- अपना दल कमेरावादी
योगेश कुमार कुशवाहा- प्रगतिशील समाज पार्टी
साहिद खां- आजाद समाज पार्टी
गायत्री- निर्दलीय
दिलीप कुमार यादव- निर्दलीय
रीता विश्वकर्मा- निर्दलीय
विकास सिंह- निर्दलीय
सुरेश चंद्र यादव- निर्दलीय