scriptस्वास्थ मंत्री के शहर में सुविधाओं के लिए मोहताज़ है अस्पताल, नहीं बढ़ रही सुविधाएं | Sarojini Naydu Hospital in worst condition | Patrika News
प्रयागराज

स्वास्थ मंत्री के शहर में सुविधाओं के लिए मोहताज़ है अस्पताल, नहीं बढ़ रही सुविधाएं

चिल्ड्रेन अस्पताल में एक बेड पर आधा दर्जन बच्चों का हो रहा इलाज

प्रयागराजMay 23, 2018 / 02:58 pm

sarveshwari Mishra

Sarojini Naydu Hospital

Sarojini Naydu Hospital

इलाहाबाद. संगम नगरी इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। जिसके चलते सबसे ज्यादा मासूम बच्चे बीमारियों की जद में है। शहर के अस्पतालों में भारी तादाद में भीड़ देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य मंत्री के शहर में दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले बच्चों की भीड़ देखने को मिल रही है । भीषण गर्मी में मासूम बच्चों के साथ उनके परिजन भी उन्हें संभालने परेशान है । बीते चार दिनों से मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हो गया हैं। स्थानीय लोगों के साथ दूर दराज के गांव से आने वाले लोगों की तादात बड़ी संख्या में है। मरीजों की भीड़ निजी अस्पतालों के साथ सरकारी अस्पतालों में लगातार बढ़ रही है ।
आम दिनों से पांच गुना ज्यादा बढ़े मरीज
स्वास्थ्य मंत्री के शहर में स्थित सरोजिनी नायडू हॉस्पिटल का आलम यह है की आम दिनों से पांच गुना ज्यादा मरीजों को संभाल रहा है ।आम दिनों में सरोजिनी नायडू अस्पताल में पचास से 100 मरीजों की ओपीडी होती है । जो इस समय 300 से 400 तक पहुंच गई है। स्वास्थ मंत्री के शहर में स्थित अस्पतालों में बच्चो का हाल जानने पत्रिका की टीम सरोजनी नायडू हॉस्पिटल पंहुची जहाँ चारो तरफ भीड़ ही भीड़ आदमी के बैठने की जगह तक नही खाली मिली । डॉक्टरों के चेंबर के सामने बच्चों के साथ परिजन भी परेशान दिखे ।
आईसीयू से वार्डो तक भारी भीड़
तो वही चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के वार्डो की हालात किसी ट्रेन के जरनल डिब्बे की तरह दिखी। आईसीयू से लेकर सामान्य वार्ड में भारी भीड़ थी । वार्ड नम्बर 3 और 4 का आलम यह है, कि एक एक बेड पर पांच से 6 बच्चे देखने को मिले । जबकि बच्चों में सबसे ज्यादा इन्फेक्शन की वजह से बीमारियां होती हैं ।ऐसे में बच्चो को कितना फायदा हो रहा है यह तो डॉ या भगवान ही जाने। जिस तरह से बच्चो के एक साथ रखा जा रहा है इससे तो और बिमारी बढने की संभावना है । हालाकि इन बच्चों की देखरेख में दर्जनभर से ज्यादा स्टाफ लगा है।
नहीं चल रहा एसी और पंखा
स्वास्थ मंत्री के शहर में वार्डो में बैठे लोग बच्चों को हाथ से पंखा करते दिखे ।पूछने पर पता चला कि कमरों में वार्ड में ऐसी तो लगी है । लेकिन चल नही रही वार्ड की नर्स ने बातया की ज्यादा भीड़ और तेज गर्मी के कारण हो काम नहीं कर रही । वही अपने बच्चे की दवा पहले लेने की चक्कर में लोग आपस में भिड़ते दिखे । लेकिन लोगो ने बताया की दवाए मिल रही है । बहरिया गांव से आए संतोष जायसवाल ने बताया कि उनके बच्चे को उल्टी और दस्त लगातार हो रहा है । स्थानीय डॉक्टर को दिखाने के बाद उसे यहां रेफर कर दिया गया । उसको अभी एडमिट किया है दवाओं के लिए खड़ा हूँ।वही लाइन में लगे घनश्याम यादव जो गंगा पार के सिकन्दरा से ,आये है । उन्होंने बाताया की देर रात उनके बच्चे की हालत खराब हो गई गाँव से लेकर आये है बेड नहीं खाली था। डॉ से बिनती की तो उन्हेंने भर्ती तो कर लिया लेकिन अभी भी अलग बीएड नही मिल पाया है इनका बच्चा तीन माह का है जो निमोनिया से ग्रासित है।
क्या कहना है हॉस्पिटल के एचओडी का
स्वास्थ्य मंत्री के शहर का आलम देखकर जब हम सरोजिनी नायडू अस्पताल की एचओडी डॉ अनुराग श्रीवास्तव से बात की तो उन्होंने बताया कि हम अपना काम कर रहे हैं । हम आम दिनों से 5 गुना ज्यादा काम मरीजो को देख रहे है अस्पताल में तैनात डॉ को छुट्टी नही दी जा रही है । हमारी कोशिश है की हम बच्चों को वापस न करें सबका इलाज हो । बेड नही खाली है क्योकि मरीजों की संख्या ज्यादा है । इलाज महत्वपूर्ण है वो हम कर रहे है । डॉ अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि हमने शासन को लिखित जानकारी दी है की अस्पताल सुविधाओं की आवश्कता है।
By- Prasoon Pandey

Hindi News / Prayagraj / स्वास्थ मंत्री के शहर में सुविधाओं के लिए मोहताज़ है अस्पताल, नहीं बढ़ रही सुविधाएं

ट्रेंडिंग वीडियो