२२ जनवरी को रामलला के प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम को पीएम का फंक्सन बताने के अलावा राहुल गांधी ने कहा कि जहां तक धर्म की बात है, हम सभी धर्मों के साथ हैं। हम ये कहना चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी से जो भी जाना चाहे, वो जा सकता है। जो सचमुच धर्म को मानते हैं, वो धर्म के साथ पर्सनल रिश्ता रखते हैं। वे अपने जीवन में धर्म का प्रयोग करते हैं। जो धर्म के साथ पब्लिक रिश्ता रखते हैं, वो धर्म का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं अपने धर्म का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करता हूं, मैं अपने धर्म के सिद्धांतों पर जिंदगी जीने की कोशिश करता हूं। इसलिए मैं लोगों की इज्जत करता हूं, अहंकार से नहीं बोलता, नफरत नहीं फैलाता। ये मेरे लिए हिंदू धर्म है। हम नफरत और बंटा हुआ हिंदुस्तान नहीं चाहते हैं। हम मोहब्बत और भाईचारे का हिंदुस्तान चाहते हैं।