274 करोड़ की लागत से बन रहा प्रयागराज एयरपोर्ट
महाकुंभ में दूसरे देशों से आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए
प्रयागराज एयरपोर्ट का कायाकल्प किया जा रहा है। एयरपोर्ट के निदेशक फर्रूख अहसन के मुताबिक महाकुंभ में आने वाले यात्रियों की व्यवस्था को देखते हुए 274.38 करोड़ की लागत से एयरपोर्ट का पुनर्विकास किया जा रहा है। इसका तकरीबन 70 फीसद कार्य पूरा हो चुका है।
प्रयागराज एयरपोर्ट में अभी एक टर्मिनल बिल्डिंग है, जिसका क्षेत्रफल 6700 वर्ग मीटर है। इसमें दो तरह से बढ़ोत्तरी की जा रही है। एक तरफ जहां नई टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है, तो वहीं पुराने टर्मिनल को नया स्वरूप दिया जा रहा है।
231 करोड़ की लागत से बन रहा नया टर्मिनल
नई टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण 231 करोड़ की लागत से चल रहा है। इसके निर्माण से यहां पैसेंजर हैंडलिंग प्लेटफार्म (पीएचपी )की क्षमता बढ़कर 1200 हो जाएगी। इसका 48 फीसद कार्य पूरा हो चुका है, शेष काम 31 दिसंबर तक पूरा होने का अनुमान है। 31 अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा टर्मिनल बिल्डिंग का काम
टर्मिनल बिल्डिंग में पर्यावरण संरक्षण के मानकों को ध्यान में रखते हुए पूरी बिल्डिंग में सोलर एनर्जी का उपयोग किया जाएगा। इसी तरह मौजूदा टर्मिनल को भी नया स्वरूप दिया जा रहा है। इससे पीएचपी की क्षमता 350 से बढ़कर 850 हो जाएगी। इसका 70 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। इसका निर्माण कार्य 31 अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा। एयरपोर्ट में चेक इन काउंटर का भी विस्तार किया जा रहा है। इसकी संख्या बढ़कर 42 की जा रही है।
एयरपोर्ट में एप्रन और लिंक टैक्सी वेज का निर्माण भी तेजी से चल रहा है। एयरपोर्ट निदेशक के मुताबिक 29 करोड़ की लागत से यह निर्माण हो रहा है। जिसे 31 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। एयरपोर्ट पर विमान खड़ा करने के लिए एप्रन के विस्तार का लगभग 95 फीसद काम पूरा हो चुका है। अब यहां तकरीबन दस-ग्यारह छोटे विमान एक साथ आसानी से खड़े हो सकेंगे।
एयरपोर्ट में मौजूद होंगे 6 एयरोब्रिज
एयरपोर्ट में उड़ानों की आवाजाही का विस्तार होने के साथ पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज की संख्या भी बढ़ाना आवश्यक हो जाता है। प्रयागराज एयरपोर्ट से मौजूदा समय में एयरोब्रिज की संख्या 2 है। महाकुंभ के पहले इनकी संख्या बढाकर 6 हो जाएगी। प्रयागराज एयरपोर्ट के इस विस्तारीकरण के बाद 6 एयरोब्रिज वाला यह यूपी का पहला एयरपोर्ट बन जाएगा।