प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात के निर्देश पर इस परियोजना पर भी कार्य शुरू करा दिया गया है। दोनों प्लांट 30 अक्टूबर तक पूरी तरह से तैयार हो जएंगे। नमामि गंगे परियोजना के तहत इसका कार्यं कराया जा रहा है। दरअसल, शहर के सीवेज के लिए एसटीपी तो बनाईं जा रही हैं मगर महाकुंभ मेला क्षेत्र से निकलने वाले सीवेज के ट्रीटमैंट की व्यवस्था बेहद लचर रहती थी। अब इस प्लांट के जरिए विशेष सेक्शन वाहनों से सीवेज को एफएसटीपी तक ले जाया जाएगा, जहां उसे शोधित कर खाद बनाई जाएगी।
यह प्लांट सौर उर्जा से संचालित होगा। इसका शोधित जल ही गंगा और यमुना में जएगा। (Mahakumbh 2025) कुंभ मेला के बाद भी इसका प्रयोग हो सकेगा। विस्तारित क्षेत्र में जहां अभी तक सीवर लाइन नहीं बिछाई जा सकी है, वहां के सीवेज को इन्हीं सेक्शन गाडिय़ों से इन प्लांटों में ले जाया जाएगा, जहां शोधन होगा।