कुलपति रतनलाल हांगलूसे मिलने जा रहे छात्रों ने उस समय जमकर बवाल काटा जब कुलपति कैंपस में आ रहे थे। और रास्ते में ही मिल गये उन्हें देखकर छात्रों ने मिलने के लिए उनकी गाड़ी न रुकने पर सडक पर लेट कर छात्रों ने गाड़ी रोक दी। और घंटो बवाल काटा विवि प्रशासन का आरोप है कि छात्रों ने उनके साथ हंगामे के दौरान अपशब्द का प्रयोग किया। और उनके साथ अभद्रता भी की जिसके बाद विश्वविद्यालय में तैनात सुरक्षा गार्डों ने किसी तरीके से कुलपति को वहां से निकाला और उनके दफ्तर तक पहुचाया इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलानुशासक प्रोफेसर राधेश्याम सिंह ने थाने में तहरीर दी। जिसमें उन्होंने छात्र नेता नीरज प्रताप सिंह सहित 10 छात्रों के खिलाफ FIR दर्ज कराई। मुकदमे में उन्होंने बाताया है कि कुलपति को कैंपस में छात्र नहीं आने दे रहे थे। और ऐसे में कुलपति को रोककर उनके साथ अपशब्दों का प्रयोग किया ।कुलपति पर हमला करने की कोशिश की गई। सुरक्षा गार्डों ने कुलपति को किसी तरीके से बचा कर कार्यालय तक पहुंचाया। चीफ प्रॉक्टर राधेश्याम सिंह ने बताया कि नीरज सिंह के खिलाफ विश्वविद्यालय परिसर में इसके पहले भी सरकारी काम में बाधा पहुंचाने सहित बवाल काटने को लेकर मामले दर्ज कराए गए है। और नीरज सिंह को निष्कासित भी किया गया था।
वही विवि प्रशासन का कहना है कि कुलपति को कैंपस में ना आने देना यह अनुशासनहीनता है। और इसके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए बता दें कि नीरज प्रताप सिंह को विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संघ चुनाव से ठीक पहले निष्काषित कर दिया था।जिसके बाद हाई कोर्ट ने नीरज प्रताप सिंह के निष्कासन को समाप्त करने का आदेश दिया था।नीरज प्रताप सिंह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का अध्यक्ष पद का दावेदार था। बता दे छात्रसंघ चुनाव से पहले विवि ए गेस्ट हॉउस में मीटिंग के दौरान छात्रों के हंगामा करने पर जिन छात्रो को निष्कासित किया था ।उस पर भी जल्द निर्णय आना है ।ऐसे में विवि प्रशासन के लिये एक बार आन्दोलन मुसीबत बनने जा रहा है।