याची अधिवक्ता सत्येंद्र चंद्र त्रिपाठी ने पूरक हलफनामा दाखिल कर कोर्ट को यह बताया कि केंद्र सरकार वाराणसी में एम्स की तर्ज पर बजट देने की योजना पर काम कर रही है। प्रयागराज में भी इसी तर्ज पर एम्स बनाया जा सकता है। बीएचयू में पीएम स्वास्थ्य योजना के तहत एम्स जैसी सुविधाएं और बजट दिया जा रहा है।
इस सुझाव पर जानकारी करने के लिए सालिसिटर जनरल वरिष्ठ अधिवक्ता शशि प्रकाश सिंह ने न्यायालय से समय मांगा है। कोर्ट ने समय देते हुए अगली सुनवाई की तारीख 10 जनवरी 2025 नियत की है।