उधर आबकारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुए आबकारी निरीक्षक और बीट कांस्टेबल को भी निलंबित कर दिया। उधर पुलिस ने भी ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रधान बब्बू सिंह समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, हालांकि शराब माफिया प्रधान और भट्ठा संचालक फरार है। बताते चलें कि अभी 15 दिन पहले ही प्रतापगढ़ के संग्रामगढ़ में शराब पीने से 3 लोगों की मौत हो गई थी। तब कार्रवाई करते हुए कई के निलंबन हुए थे।
आरोप है कि उदयपुर थानाक्षेत्र के कटरिया में प्रधान पद के दावेदार ने जुलूस में शामिल लोगों के लिये शराब का इंतजाम कराया था। कटरिया निवासी प्रदीप कोरी (35), उसका भाई दिलीप कोरी (50) व मामा सिद्वनाथ कोरी निवासी राकी जुलूस में शामिल हुए थे। मंगलवार की रात में प्रदीप की जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। उधर दिलीप की हालत बिगड़ने के बाद रायबरेली ले जाते समय उसने भी दम तोड़ दिया। बुधवार को सिद्घनाथ का शव भी अठेहा बाजार में मिला।
मंगलवार की रात शराब पीने वाला कटरिया निवसी राम मिलन कोरी बुधवार को अपने ससुराल अमेठी चला गया। वहां मुंशीगंज अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई। बुधवार की दोपहर रामपाल सरोज (45) ने भी दम तोड़ दिया। उधर आहर बीहर गांव के गिरिजा का पुरवा में मंगलवार की रात रामकिशुन सरोज (60) व राजकुमार प्रजापति (35) की बुधवर को संदिग्ध हाल में मौत हो गई। रामकिशुन के शव का अंतिम संस्कार कर दिया, परिजनों का कहना है कि शराब पीने से मौत नहीं हुई, लेकिन गांव के लोगों का दावा है कि शराब पीने से ही मौत हुई।
जहरीली शराब की घटना के बाद जिलाधिकारी डाॅ. नितिन बंसलव पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर घटनास्थल पर पहुंचे और वहां पूछताछ व छज्ञनबीन की और लेखपाल संजय कुमार व एसओ राकेश कुमार को निलंबिमत कर दिया। आबकारी आयुक्त दिनेश सिंह व आबकारी अधिकारी पार्थ रंजन ने भी वहां पहुंचकर छानबीन की। डीएम ने राजस्व, पुलिस और आबकारी की टीम को हर पुरवे में जाकर शराब के सेवन से बीमार लोगों को अस्पताल भेजने का निर्देश दिया।
By Sunil Somvanshi