राजा उदय प्रताप सिंह हर साल की तरह इस बार भी कुंडा के शेखपुर में मुहर्रम के दिन ताजिये के रास्ते में स्थित मंदिर पर बंदर की बरसी मनाने और भंडारे का आयोजन करना चाहते थे। पर डीएम ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी। डीएम प्रतापगढ़ ने उदय प्रताप के मूवमेंट को प्रतिबंधित करते हुए नजरबंद करने का आदेश जारी कर दिया। पिछले तीन वर्षों से राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप को भंडारा करने का परमिशन जिला-प्रशासन नहीं दे रहा है।
साल 2015 में ताजिया का जुलूस मुहर्रम के तीन दिन बाद निकाला गया था। वर्ष 2016 में प्रशासन की सूझबूझ और सतर्कता से भंडारा और मुहर्रम का जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। 2017 और 2018 में भी दोनों समुदायों के बीच टकराव की स्थिति बनती देख भंडारा रोका गया।