सूचना पर संस्थान के लव कुमार जैन के साथ सर्प मित्र प्रकाश कुमावत मौके पर पहुंचे। जहां छत पर उन्होंने एक ब्रांज बैंक ट्री स्नैक दिखाई दिया, जिसका रेस्क्यू किया। सांप के पकड़े जाने के बाद घर के लोगों ने राहत की सांस ली। इसके बाद सर्प मित्रों द्वारा सांप को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया।
यह होता है ब्रांज बैंक ट्री स्नैक
इसे बोलचाल की भाषा में उड़ने वाला सांप कहा जाता है। जबकि अंग्रेजी में इसे ब्रॉन्ज बैक ट्री स्नैक कहा जाता है। लवकुमार जैन ने बताया कि पिछले चार वर्षों से हमारी संस्था सर्प संरक्षण एवं स्नैक बाईट से होने वाली मौतों को लेकर जागरूकता के कार्य कर रही है। 2 हजार से अधिक सांपों के रेस्क्यू के दौरान पहली बार ब्रोंज बैक ट्री स्नैक का रेसक्यू किया गया। बताया कि ये सांप एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर छलांग लगाकर पहुंच जाता है। जब ये सांप छलांग लगाता है।
जंगल में पाया जाने वाला विषहीन होता हैं सांप
अक्सर जंगल में पाया जाता है, जो जहरीला नहीं होता है। इसकी शारीरिक बनावट बेहद लचीली होती है, जिसके कारण यह एक पेड़ से दूसरे स्थान पर लगभग चार मीटर तक उड़ान भर सकता है। इसीलिए इसे उड़ने वाला सांप कहा जाता है। इसकी ख़ास बात यह है कि सांप की स्कीन के नीचे लकीरें हैं, जो रात में चमकती है, मेढक, छिपकली और कीड़े-मकोड़ों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए सांप इनका इस्तेमाल करता है। आम तौर यह सांप मानव आवासों के पास नहीं पाए जाते हैं। ये पहाड़ों में ऊंचे पेड़ों, जंगलो में पाए जाते हैं। शायद यह पानी पीने या फिर गर्मी के कारण घर में घुसा होगा। इस सांप को जंगल में छोड़ दिया गया है।