कांग्रेस ने जारी की 20 उम्मीदवारों की नई सूची, शाह के खिलाफ सीजे चावड़ा को मैदान में उतारा हिंदू कांर्ड और उग्र राष्ट्रवाद बता दें कि रफाल मुद्दे पर भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे प्रधानमंत्री पुलवामा में हुए आतंकी हमले का जवाब पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक करके
लोकसभा चुनाव को ‘उग्र राष्ट्रवाद’ की पिच पर ले गए थे। इतना ही नहीं उन्होंने वर्धा रैली में ‘हिंदू कार्ड’ खेलकर अपने मन मुताबिक चुनाव का नैरेटिव तय करने की कोशिश की थी। इसके उलट राहुल गांधी ने फिर से बेरोजगारी, गरीबी और किसानों के मुद्दे पर एनडीए को चुनावी मैच खेलने के लिए मजबूर कर दिया है। मंगलवार को मीडिया ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से राष्ट्रवाद, उग्र राष्ट्रवाद, हिंदूत्व जैसे मुद्दों पर सवाल पूछकर ध्यान भटकाने की कोशिश की थी। राहुल गांधी ने चतुराई के साथ सभी सवालों से बचते हुए अपने मुद्दे पर डटे रहे।
फैसले की घड़ी: क्या यह चुनाव 2 विपरीत विचारधाराओं की लड़ाई है? बेरोजगारी है चुनाव का मुद्दा कांग्रेस अध्यक्ष ने ‘हिंदू आतंकवाद’ के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि हां, हम सब हिंदू हैं लेकिन चुनाव का मुद्दा बेरोजगारी है। प्रधानमंत्री जी बताएं कि उन्होंने 2014 के अपने चुनावी वादे के मुताबिक हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार क्यों नहीं दिया?
भ्रष्टाचार और सुरक्षा पर बहस की चुनौती राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भ्रष्टाचार और देश की आंतरिक सुरक्षा के मामले में उन्हें सीधे बहस करने की चुनौती दी है। उन्होंने मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की बात करते हैं लेकिन रुफाल मामले में 30 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है। प्रधानमंत्री इस पर जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
पीएम मोदी के निशाने पर आए शरद पवार, कहा- ‘उन्हें हवा का रुख पता है, इसलिए नहीं … मास्टरस्ट्रोक इसके अलावा कांग्रेस ने भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन के खिलाफ 5 मास्टरस्ट्रोक भी चल दिए हैं। इसे पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र का प्रमुख थीम भी बताया है। इनमें गरीबी पर वार, मनरेगा, नवाचार, किसानों का अलग बजट, जीडीपी का 6 फीसदी शिक्षा पर खर्च शामिल हैं।