घोष ने ममता बनर्जी से पूछा है कि उन्हें उपचुनाव की तो जल्दी है लेकिन ढाई साल से लंबित पड़े निगम चुनाव को लेकर अब तक कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया है। यह भी पढ़ेंः
West Bengal: सुप्रीम कोर्ट से ममता सरकार को लगा बड़ा झटका, जानिए क्या है पूरा मामला पश्चिम बंगाल में इन दिनों उप चुनाव को लेकर सियासत गर्म है। जाहिर उपचुनाव तय समय पर होते हैं तो ममता बनर्जी की कुर्सी बच जाएगी। लिहाजा बीजेपी लगातार इस मुद्दे पर ममता बनर्जी को घेर रही है। इसी कड़ी में अब बीजेपी के प्रदेश प्रमुख दिलीप घोष ने भी ममता बनर्जी पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) मुख्यमंत्री बने रहना चाहती हैं इसलिए चुनाव कराने की बात पर अड़ी हैं। इस दौरान घोष ने ढाई साल से अटके हुए नगर निगम चुनाव का मुद्दा भी उठाया।
घोष ने कहा, हम ‘चुनाव आयोग को लिखित में बता चुके हैं कि पश्चिम बंगाल में जो हालात हैं, उसमें उप-चुनाव नहीं हो सकते हैं। अगर चुनाव कराने की स्थिति है, तो दो-ढाई साल से नगर निगम के चुनाव क्यों लंबित हैं? ममता बनर्जी को सीएम बने रहना है इसलिए चुनाव के लिए अड़ी हैं।’
बता दें कि मई में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने बड़ी जीत दर्ज की थी, लेकिन सीएम बनर्जी को नंदीग्राम सीट से हार का सामना करना पड़ा था। उपचुनाव को लेकर ये है ममता का पक्ष
मुख्यमंत्री बनर्जी ने हाल में राज्य की कोरोना के हालात को लेकर कहा था कि अब सब कुछ नियंत्रण में है। ऐसे में उपचुनाव का ऐलान किया जाना चाहिए।
सीएम ने जनता के वोट डालने और विधानसभा के लिए चुने जाने के अधिकार का हवाला दिया था।
बता दें कि बनर्जी की पारंपरिक सीट भवानीपुर रही है, लेकिन विधानसभा चुनाव 2021 में उन्होंने बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ नंदीग्राम सीट से चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया था। लेकिन यहां शुभेंदु ने ममता को शिकस्त दी थी।
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West Bengal: ममता बनर्जी की कुर्सी पर संकट! समय पर नहीं हुए उपचुनाव तो बढ़ेगी मुश्किल दरअसल ममता बनर्जी के नंदीग्राम से चुनाव लड़ने के कारण भवानीपुर से टीएमसी नेता शोभन देव को मैदान में उतारा गया था। लेकिन जब नंदीग्राम का नतीजा आ गया तो शोभन देव ने भवानीपुर से विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। लिहाजा अब ये सीट उपचुनाव के लिए खाली हो गई है। हालांकि अब तक चुनाव आयोग ने तारीखों को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है।
प्रदेश के अधिकारियों ने चुनाव आयोग से दुर्गा पूजा से पहले चुनाव कराने का अनुरोध किया है। अधिकारियों का कहना है कि त्योहारा शुरू होने के बाद चुनाव कराने में मुश्किल आ सकती है, ऐसे में अभी एक महीने का वक्त बचा है लिहाजा चुनाव तारीखों की अधिसूचना जारी की जा सकती है।