अब एक बार फिर से टीएमसी ने भाजपा को एक बड़ा झटका दिया है। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के विधायक तन्मय घोष (MLA Tanmay Ghosh) ने टीएमसी का दामन थाम लिया है। विष्णुपुर से बीजेपी विधायक तन्मय घोष सोमवार को टीएमसी नेता ब्रत्य बसु की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। घोष के पार्टी में शामिल होने के तुरंत बाद टीएमसी ने कहा कि तन्मय पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से प्रेरित थे।
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टीएमसी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा ”#बंगाल के लोगों के लिए @MamataOfficial के विकास कार्यों से प्रेरित होकर, @BJP4Bishnupur के विधायक श्री तन्मय घोष श्री @basu_bratya की उपस्थिति में आज तृणमूल परिवार में शामिल हुए। हम उनका बहुत गर्मजोशी से स्वागत करते हैं।”
तन्मय घोष ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
टीएमसी में शामिल होने के तुरंत बाद तन्मय घोष ने केंद्रीय नेतृत्व पर सवाल खड़ा किया और मोदी सरकर पर निशाना साधा। घोष ने कहा “भाजपा प्रतिशोध की राजनीति कर रही है। वे केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करके पश्चिम बंगाल के लोगों के अधिकार छीनने का प्रयास कर रहे हैं। मैं सभी राजनेताओं से जन कल्याण के लिए सीएम ममता बनर्जी का समर्थन करने का आग्रह करता हूं।”
आपको बता दें कि इससे पहले भाजपा के बड़े नेता मुकल रॉय ने भी घर वापसी करते हुए भाजपा का साछ छोड़ दिया था और फिर से टीएमसी में शामिल हो गए थे, वहीं अभी हाल ही में युवा कांग्रेस की कद्दावर महिला नेता सुष्मिता देव भी कांग्रेस पार्टी छोड़कर टीएमसी में शामिल हुई हैं। विधानसभा चुनाव के बाद टीएमसी लगातार खुद को और अधिक मजबूत बनाते जा रही है।
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मालूम हो कि 2021 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने 294 में से 213 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, भाजपा को कड़ी टक्कर की उम्मीद थी, लेकिन वह तीसरे अंक तक भी नहीं पहुंच पाई थी। हालांकि, भाजपा ने 2016 (तीन सीट) के मुकाबाले शानदार प्रदर्शन करते हुए इस बार 77 सीटों पर जीत हासिल की। चुनाव से पहले, पूर्व भाजपा प्रमुख अमित शाह ने लोकसभा चुनाव में जीत के मद्देनजर दावा किया था कि उनकी पार्टी विधानसभा में 200 सीटें जीतेगी। भाजपा ने पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान टीएमसी को एक बड़ा झटका देते हुए 41 फीसदी वोट शेयर के साथ 21 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि टीएमसी को 22 सीटें मिली थी।