मोदी के ‘डिवाइडर इन चीफ’ बनने की कहानी, TIME के आर्टिकल की 10 बड़ी बातें
जिसे पढ़ना है पढ़े: रविशंकर
पटना साहिब से बतौर एनडीए प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे प्रसाद ने कहा कि पूर्वाग्रह से ग्रस्त लेखक क्या लिखते हैं, उससे देश को कोई लेना-देना नहीं। जिसे यह लेख पढ़ना है पढ़े, परंतु इससे देश नहीं चलता। उनेहोंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्हें (कांग्रेस को) यह लेख पढ़ना है तो पढ़े, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा के उस बयान पर भी जवाब देना चाहिए, जिसमें उन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगे को यह कहकर खारिज कर दिया था, कि ‘हुआ तो हुआ’।
TIME ने PM मोदी को कवर पेज पर छापा और बताया भारत का ‘डिवाइडर इन चीफ’
टाइम की कवर स्टोरी पर विवाद
बता दें कि अमरीकी से प्रकाशित होने वाली दुनिया की चर्चित मैगजीन ‘टाइम’ ने विवादास्पद हेडलाइन के साथ 20 मई के अंक में पीएम मोदी को अपने कवर पर छापा है। टाइम ने अपने कवर पर मोदी को ‘इंडियाज डिवाइडर इन चीफ (भारत को बांटने वाला प्रमुख)’ बताया है। इसका शीर्षक ‘क्या दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र मोदी सरकार के और पांच साल को झेल सकता है’ है।
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