इस बीच मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने प्रदेश में अपने सहयोगी दल बीजेपी को लेकर बड़ा बयान दे डाला है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि बीजेपी के साथ गठबंधन वैचारिक नहीं है। यानी पार्टी की विचारधार के साथ बीजेपी की विचारधार मेल नहीं खाती है बावजूद इसके दोनों दल साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
यह भी पढ़ेंः बिहार की सियासत में इस दिन होने वाला है कुछ बड़ा, जानिए कैसे नीतीश को मिलेगा फायदा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में ये खुलासा किया कि केंद्र के साथ उनका गठबंधन वैचारिक नहीं है, सिर्फ राजनीतिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा बीजेपी के साथ सिर्फ राजनीतिक अलायंस है, हम दोनों पार्टियों की विचारधार बिल्कुल अलग है। प्रदेश में हम अपने रास्ते चलते हैं और बीजेपी अपने। केंद्र से अच्छे संबंधों के चलते प्रदेश के विकास में हमें मदद मिलती है।
दरअसल एआईएडीएमके को लेकर ये कहा जा रहा है कि वो दक्षिण भारत खास तौर पर प्रदेश में बीजेपी के लिए जमीन मजबूत करने में मदद कर रही है। हालांकि मुख्यमंत्री ने इस तरह की किसी भी बात को खारिज कर दिया।
अम्मा के कामों ने पार्टी को संभाला
मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने कहा कि जयललिता के निधन के बाद हर कोई यही सोच रहा था कि पार्टी टूट कर बिखर जाएगी। यहां तक कि पार्टी वजूद को लेकर भी सवाल उठने लगे थे, लेकिन अम्मा ( जयललिता) ने जनता के लिए जो काम किए थे, उसने पार्टी में नई जान फूंक दी।
लोगों ने पार्टी को दोबारा मौका दिया और पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस मौके व्यर्थ नहीं जाने दिया।
यह भी पढ़ेँः चुनावी मैदान में उतरी BJP की ‘सुपर 22 टीम’, जानिए पार्टी ने किन नेताओं पर जताया भरोसा हमने लोगों के हित में कई काम किए और जनता का भरोसा बनाए रखने में सफल रहे।
वहीं शशिकला के संन्यास से लेकर उनके कदम से चुनावी असर को लेकर पलानीस्वामी ने कहा, शशिकला के अपने विचार है। उनके अपने रास्ते हैं, जिसपर वो चल रही हैं। इसका चुनावी नतीजों पर कोई असर नहीं पडे़गा।
सीएम पलानीसामी ने कहा कि हम पूरे राज्य में अल्पसंख्यकों के विकास के लिए कई तरह की स्कीम चला रहे हैं। हमारी योजनाओं का लाभ राज्य के अल्पसंख्यकों को पूरी तरह से मिल रहा है।