हां लेकिन जब वह कोई गलती करें तो उनकी आलोचना भी की जाए। उन्होंने रमेश और सिंघवी का समर्थन करते हुए कहा कि वह अपने साथियों के बयान का स्वागत करता हैं।
थरूर ( Shashi Tharoor ) से पहले जयराम रमेश और अभिषेक मनु सिंघवी ने भी कांग्रेस को प्रधानमंत्री के अत्याधिक विरोध से बचने की सलाह दी थी।
सिंघवी ने जयराम रमेश का समर्थन करते हुए शुक्रवार पीएम नरेंद्र मोदी का विरोध करने वाली विपक्ष की नीति पर सवाल खड़ा कर दिया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खलनायक की तरह पेश करना न केवल गलत है, बल्कि यह उल्टा भाजपा को ही लाभ पहुंचा रहा है।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि ‘काम का मुल्यांकन हमेशा मुद्दों के आधार पर किया जाना चाहिए, न कि व्यक्गित आधार पर।
उन्होंने यह भी लिखा कि काम हमेशा अच्छा, बुरा या साधारण होता है।
आपको बता दें कि इससे पहले बुधवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मादी को खलनायक की तरह पेश करने वाली विपक्ष की नीति का विरोध किया था।
उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी के शासन का मॉडल ‘पूरी तरह नकारात्मक गाथा’ नहीं है।
मोदी के काम की आलोचना करके या उनको गलत छवि पेश करके विपक्ष के हाथ कुछ नहीं लगने वाला। दरअसल, ये बाते रमेश ने एक किताब के विमोचन के अवसर पर कहीं थीं।