रणजीत सावरकर ने मुंबई पुलिस से की शिकायत में कहा है कि राहुल के बयान में दावा किया गया है कि विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी और जेल से रिहा होने के लिए उन्होंने ब्रिटिश हुकुमत को लेटर भी लिखा था। कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान पूरी तरह से गलत और झूठ का पुलिंदा है। वह राजनीतिक लाभ की वजह से सावरकर की छवि खराब करने में ले हैं।
इससे पहले राहुल गांधी ने 20 अक्टूबर को हैदराबाद में राजीव गांधी सद्भावना यात्रा के दौरान अपने संबोधन में कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में वीर सावरकर का फोटो रखी है। जब अंग्रेजों ने इस देश पर शासन किया, जब सभी कांग्रेस नेता जेल में थे। तब वीर सावरकर ने अंग्रेजों को एक पत्र लिखा था। इस पत्र का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया था कि सावरकर ने लिखा था कि वह अंग्रेजों के लिए कुछ भी करेंगे। राहुल गांधी ने दावा किया था कि सावरकर ने ब्रिटिश हुकूमत को अपने लेटर में लिखा था कि मैं किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं हूं। मुझे जेल से मुक्त कर दो। राहुल ने दावा किया था कि वीर सावरकर ने कथित तौर पर जब लेटर लिखा था तब महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, बीआर अम्बेडकर और सरदार पटेल भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे थे।