‘खरगे परिवार बहुत शक्तिशाली है’
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र (BY Vijayendra) ने मामले में कहा कि खरगे परिवार बहुत शक्तिशाली है और प्रदेश की पुलिस उनकी जांच नहीं कर सकती। वहीं निष्पक्ष जांच की कोई संभावना नहीं है। इसलिए सीबीआई को यह मामला सौंप दिया जाना चाहिए। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने मंत्री प्रियांक खरगे के इस्तीफे की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि कलबुर्गी जिला और उसके आसपास का पूरा पुलिस महकमा खरगे परिवार के चंगुल में है। बिना देरी के सीएम सिद्धारमैया (Siddaramaiah) को प्रियांक खरगे का इस्तीफा ले लेना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हमारी दूसरा अनुरोध है कि सीबीआई को इस मामले को सौंप देना चाहिए।
पीड़ित परिवार के लिए की मुआवजे की मांग
BJP प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा और एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की है। इसके अलावा पांचाल परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि 3 जनवरी तक बीजेपी इंतजार करेगी कि सीएम CBI जांच के आदेश देते हैं या नहीं। अगर सीबीआई जांच का मुख्यमंत्री आदेश नहीं देते हैं तो 4 जनवरी को बीजेपी कलबुर्गी में विरोध प्रदर्शन करेगी और मल्लिकार्जुन खरगे के आवास का घेराव करेगी।
प्रियांक खरगे ने खुद को किया अलग
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने इस मामले में खुद को अलग किया। उन्होंने रविवार को कहा था कि इस घटना में दो पहलू सामने आए हैं। ठेकेदार ने कुछ और कहा है जबकि आरोपी ने भी मामले के दूसरे पहलू के मद्देनजर शिकायत की है। उन्होंने आगे कहा कि मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि इस मामले में स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और मैंने खुद गृह मंत्री से अनुरोध किया है कि वे गृह विभाग के भीतर एक स्वतंत्र जांच एजेंसी से मामले की जांच करवाएं। प्रियांक ने कहा कि न तो मैं, न ही मेरा विभाग और न ही सरकार इन सभी गतिविधियों में शामिल है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि 26 दिसंबर को सिविल ठेकेदार सचिन पांचाल ने बीदर जिले में ट्रेन के सामने लेटकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। ठेकेदार ने एक सात पेज का सुसाइड नोट भी लिखा था। इस नोट में उन्होंने कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे के करीबी सहयोगी राजू कपानूर पर उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर होने का आरोप लगाया था।