सुशांत मामले में राजकीय तांडव के लिए विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें सियासी पुरस्कार मिलेगा। इस बात की जानकारी हमें पहले से थी। अब उनके राजनीति में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। ये बात अलग है क पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
सुशांत मामले डीजीपी ने एजेंडा चलाया उन्होंने कहा कि विपक्षी के नेताओं ने बिहार में पूर्व डीजी पर निशाने पर लेने का काम शुरू कर दिया है। राउत ने अपने ट्विट में लिखा है कि एक आईपीएस की अपनी प्रतिष्ठा होती है। बिहार के डीजीपी साहब ने जिस तरह की बयानबाजी मुंबई के केस में की, उससे साफ है सुशांत मामले को लेकर वह पूरी तरह अपनी एजेंडा चला रहे थे। उनको अब उसका ईनाम मिलने जा रहा है।
2009 में सियासी पारी की शुरुआत करना चाहते थे DGP Gupteshwar Pandey, बीजेपी ने किया था निराश संजय राउत ने एक बार फिर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुंबई हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कंगना रनौत ने संजय राउत के बयान वाली सीडी भी पेश की थी, जिसके बाद हाईकोर्ट ने संजय राउत को भी मामले में पक्षकार बनाने का आदेश दिया है। इस पर राउत ने कहा कि अदालत में पेश होना उनके लिए कोई नई बात नहीं है।
क्या कहा था संजय राउत ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा था कि बीएमसी द्वारा अवैध निर्माण गिराए जाने के खिलाफ एक्ट्रेस ने बॉम्बे हाईकोर्ट में केस किया और 2 करोड़ रुपए क्षतिपूर्ति की मांग की है। इस मामले में मुझे भी पार्टी बनाया गया है। उन्होंने ट्विट में लिखा कि बाबरी केस से लेकर मराठी गौरव तक मैंने कई केस का सामना किया है। अदालती केस मुझे महाराष्ट्र और मेरे शहर के गौरव के लिए लड़ने से नहीं रोक सकता।
Bihar Assembly Election : पत्नी ऐश्वर्या के डर से रणछोड़ बने तेजप्रताप, इस बार हसनपुर से आजमा रहे हैं किस्मत संजय राउत के इस हमले के जवाब में पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि अभी तक किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हुआ हूंं। न ही
इस बारे में अभी तक कोई निर्णय लिया है। जहां तक सामाजिक कार्यों का सवाल है तो उसे राजनीति में प्रवेश किए बिना भी कर सकता हूं। स्वैच्छिक सेवानिवृति मेरा अधिकार गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृति लेना मेरा अधिकार है। दो महीने से मेरा जीना मुश्किल हो गया था। हर रोज मेरे इस्तीफे को लेकर फोन आ रहे थे। मैंने 34 साल की सेवा अवधि पूरी की हैं इस अवधि में किसी भी दल का कोई नेता या पार्टी मुझ पर पूर्वाग्रह का आरोप लगा दे तो यह गलत है। आज तक किसी ने मेरी निष्पक्षता पर उंगली नहीं उठाई है। मैने सभी का काम किया है। किसी अपराधी के साथ कोई समझौता नहीं किया।