मारहरा ब्लॉक प्रमुख अनिल यादव के खिलाफ राजू आर्या अविश्वास प्रस्ताव लाए थे, जिस पर वोटिंग हुई तो प्रस्ताव पारित हो गया। इसके बाद ब्लॉक प्रमुख मामले को हाईकोर्ट में ले गए । अदालत ने वोटिंग प्रक्रिया में दोष देखकर उसे रद्द कर दिया, इस तरह अनिल यादव का कब्जा ब्लॉक प्रमुख सीट पर बरकरार रहा। जब अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था तब जिला प्रशासन ने उसे पूर्ण बहुमत से पारित बताते हुए ब्लॉक मारहरा के संचालन के लिए तीन सदस्यों की संचालन समिति का भी गठन कर दिया था।
बड़ी संख्या में मिला सदस्यों का समर्थन
जपा नेता राजू आर्या ने कहा कि 73 क्षेत्र पंचायत सदस्यों में से उन्हें 51 सदस्यों का समर्थन हासिल हुआ था, इस वजह प्रस्ताव पारित हो गया। वोटिंग प्रक्रिया में चूक रही, इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार है न कि वे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार वोटिंग के नियम बताए गए थे, उसी प्रकार वोटिंग की गई। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी ताकत बढ़ा रही है, भारतीय जनता पार्टी का ये विजय रथ अब रुकने वाला नहीं है।