अभी तक हार के कारणों पर चर्चा नहीं कर पाई कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि राहुल गांधी के इस फैसले के कारण पार्टी हार के बाद जरूरी आत्मनिरीक्षण भी नहीं कर पाई। हम लोकसभा चुनाव के हार का विश्लेषण करने के लिए भी एकजुट नहीं हो सके। हम लोकसभा चुनाव में क्यों हारे। हमारी सबसे बड़ी समस्या यही है कि हमारे नेता ने हमें छोड़ दिया।
मैं इस्तीफे के पक्ष में नहीं था बता दें कि यह पहला मौका है जब कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता ने वायनाड से सांसद और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद एक खालीपन पैदा हुआ है। यह संकट तब और बढ़ता दिखता है जब सोनिया गांधी उनके स्थान पर अस्थायी तौर पर कमान संभाल रही हैं।
सलमान खुर्शीद ने राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर कहा कि मैं नहीं चाहता था कि राहुल गांधी इस्तीफा दें। मेरी राय थी कि वह पद पर रहें। मैं मानता हूं कि कार्यकर्या भी यही चाहते थे कि वह बने रहें और नेतृत्व करें।
स्थायी अध्यक्ष पर दिया जोर
राहुल गांधी का अपने फैसले पर अड़े रहने के बाद सोनिया गांधी ने दखल दिया है, लेकिन साफ संदेश है कि वह एक अस्थायी व्यवस्था के तौर पर हैं। मैं ऐसा नहीं चाहता। पार्टी के स्थायी अध्यक्ष होना चाहिए। ताकि पार्टी को एक लय में काम कर सके।
बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के अध्यक्ष रहे राहुल गांधी ने नतीजों के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ दिया था। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के कई बार आग्रह के बाद भी वह अपनी बात पर अड़े रहे। यह कहते हुए इस्तीफा वापस नहीं लिया कि वह अब पार्टी को मजबूत करेंगे।