विदेश मंत्री ( Foreign Minister ) ने कहा कि यही समय है, जब भारत के असली और सच्चे दोस्तों की परख हो रही है। उन्होंने कहा कि अब भारत के वास्तविक देशों की पहचान हो रही है।
विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे समय आया जब हाल ही में ईरान और अमरीका के कुछ नेताओं ने भारत की आलोचना की।
कोरोना वायरस: कुवैत के लिए उड़ानें रद्द, केरल एयरपोर्ट पर 170 यात्री फंसे
दरअसल, ग्लोबल बिजनस समिट ( Global Business Summit ) में जब विदेश मंत्री जयशंकर से पूछा किया कि क्या भारत एक-एक कर अपने दोस्तों को खोता जा रहा रहा?
इसका जवाब देने हुए उन्होंने कहा कि शायद अब भारत के असल दोस्तों की पहचान हो रही है।
आपको बता दें कि सवाल में एक शख्स ने ईरान और अमरीकी विपक्षी पार्टी के नेताओं का नाम लेते हुए पूछा कि इन मित्र देशों की भारत से नाराजगी क्यों है।
दिल्ली हिंसा: ताहिर हुसैन की लाइसेंसी पिस्टल बरामद, पुलिस ने फोरेंसिक जांच को भेजी
कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर नागरिकता संशोधन कानून पर भी खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि हर किसी के नागरिकता को लेकर अलग विचार है।
क्या कोई ऐसा देश है, जो कहता हो कि उनके यहां दुनिया के हर व्यक्ति का स्वागत है। आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला खामनेई ने भारत विरोधी बयान दिया था।
उन्होंने कहा था कि भारत में मुसलमानों के नरसंहार से दुनियाभर के मुस्लिमों का दिल दुखा है। इसके साथ ही उन्होंने भारत सरकार से कट्टर हिंदुओं और उनके दलों पर रोकथाम लगाने की भी बात कही थी।
ओडिशा: हॉस्पिटल से फरार हुआ कोरोना वायरस का मरीज, गली-गली खाक छान रही पुलिस
Delhi Violence: हाई कोर्ट का निर्देश हिंसा में मारे गए लोगों के पोस्टमार्टम की होगी वीडियोग्राफी
यही नहीं ईरान के सर्वोच्च नेता ने यहां तक कह डाला कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो कहीं भारत इस्लामिक दशों के समूह में अलग-थलग न पड़ जाए।
आपको बता दें कि ईरान भारत का पुरान मित्र देश रहा है। लेकिन अमरीका के साथ भारत के नजदीकि संबंधों के बाद खासकर ईरान से तेलबंदी के बाद उसके तेवरों में मुखरता देखने को मिली है।
जबकि हाल ही में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के बाद ईरान खुलकर भारत के विरोध में आ खड़ा हुआ है।