अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, रमेश पोखरियाल निशंक और हर्षवर्धन सहित कुछ नेताओं को संगठन में शामिल कर चुनावी राज्यों की जिम्मेदारी दी जाए। रविशंकर प्रसाद और जावड़ेकर पहले भी बीजेपी संगठन में अहम भूमिका निभा चुके हैं। रमेश पोखरियाल निशंक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तो डॉ. हर्षवर्धन दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं।
बीजेपी में लागू है एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत दरअसल, सात जुलाई 2021 को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में हुए फेरबदल व विस्तार में बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी सहित पार्टी संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियां संभाल रहे पांच नेताओं को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है। बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत लागू है। इसलिए माना जा रहा है कि सरकार में शामिल किए गए नेताओं की जगह संगठन में नए लोगों को जिम्मेदारी दी जा सकती है। इसलिए प्रसाद, हर्षवर्धन और जावड़ेकर सहित केंद्रीय मंत्रिपरिषद से बाहर किए गए नेताओं को संगठन में जिम्मेदारी देने की संभावना जताई जा रही है।