राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने ट्वीट किया, “वित्तमंत्री, मेरे सवालों से न डरें। मैं ये सवाल युवाओं की तरफ से कर रहा हूं, और इसका जवाब देना आपकी जिम्मेदारी है।
देश के युवा को नौकरी की जरूरत है और आपकी सरकार रोजगार प्रदान करने में बुरी तरह असफल रही है।”
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उन्होंने एक नई रिपोर्ट भी पोस्ट की, जिसमें सीतारमण ने कहा कि उन्होंने संख्या का उल्लेख नहीं किया, क्योंकि राहुल गांधी उनसे नौकरियों के बारे में पूछते।
कांग्रेस ने शनिवार को वित्तमंत्री द्वारा वित्त वर्ष 2020-21 के बजट भाषण में नौकरियों का उल्लेख नहीं किया।
संसद में बजट पेश होते ही राहुल गांधी ने कहा कि इस बजट में कुछ भी ठोस नहीं है, क्योंकि देश के सामने बेरोजगारी की समस्या है और सरकार ने उसका उल्लेख नहीं किया है।
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संसद में राहुल ने संवाददाताओं से कहा कि यह सरकार की सोच है। सिर्फ बातें और ठोस कुछ नहीं।
बड़ी समस्या यह है कि हमारे युवा बेरोजगारी से जूझ रहे हैं और मुझे ऐसी कोई रणनीतिक योजना नहीं दिखी, जिससे उन्हें रोजगार मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि दो घंटों से ज्यादा लंबे भाषण में कई चीजें बार-बार और निर्थक हुईं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा है कि वह कर व्यवस्था को सरल कर रही है ‘जबकि उसने इसे और कठिन बना दिया है।’