जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी की ओर से बीजेपी नेता अनिल बलूनी के कार्यालय को पत्र और फोन के माध्यम से यह निमंत्रण ( Invitation ) भेजा गया है। लेकिन इस आमंत्रण का जवाब बीजेपी नेता की ओर से प्रियंका गांधी को नहीं दिया गया है।
Coronavirus : वैक्सीन की रेस में कई कंपनियों ने कमा लिए करोड़ों डॉलर, अब जारी है जांच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के एक करीबी सूत्र ने न्यूज एजेंसी को बताया कि यह कांग्रेस नेता का पॉजिटिव जेस्चर ( Congressman’s positive gesture ) है। वह निर्धारित समय के भीतर सरकारी परिसर को खाली करने के लिए तैयार हैं।
प्रियंका से जुड़े सूत्र ने इस बात की भी जानकारी दी कि यहां से खाली करने के बाद वह गुरुग्राम ( Gurugram ) स्थित अपने घर में कुछ समय के लिए रहेंगी। इसके बाद प्रियंका का नई दिल्ली ( New Delhi ) वापस आने की संभावना है।
हालांकि, लोधी रोड ( Lodhi Road ) स्थित सरकारी आवास प्रियंका गांधी से खाली कराने के केंद्र सरकार के निर्णय को लेकर कई कांग्रेसी नेताओं ने आपत्ति जताई थी। यह बात उस समय की है जब प्रियंका गांधी वाड्रा को बंगला खाली करने के लिए आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय की ओर से कहा गया था।
Corona Spread : सरकार की किरकिरी से नाराज नीतीश ने प्रधान सचिव की लगाई क्लास दरअसल, केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने प्रियंका से नई दिल्ली स्थित सरकारी बंगला एक अगस्त तक खाली करने को कहा था। आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया था कि SPG सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद उन्हें मौजूदा आवास ’35 लोधी एस्टेट’ ( 35 Lodhi Estate ) खाली करना पड़ेगा, क्योंकि जेड प्लस की श्रेणी वाली सुरक्षा में आवास सुविधा नहीं मिलती।
अपको बता दें कि प्रियंका गांधी अभी जिस बंगले में रह रही हैं वह बीजेपी के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ( Rajya Sabha MP Anil Baluni ) को आवंटित किया गया है। प्रियंका गांधी 1997 से 35 लोधी एस्टेट बंगले में रह रही हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा कांग्रेस नेता को मिले SPG सुरक्षा को वापस लेने के बाद आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने उन्हें यह बंगला खाली करने का नोटिस भेजा था। प्रियंका गांधी को भेजे गए एक सरकारी नोटिस में उनसे 1 अगस्त तक यह बंगला खाली करने के लिए कहा गया था।