पीएम मोदी बोले, ‘सत्ता बहुमत से, देश सर्वसम्मति से चलता है’
प्रधानमंत्री मोदी ने पत्रिका से विशेष बातचीत में कही कईं बातें।
बीते चार वर्ष का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए बताई प्रोडक्टिविटी।
विपक्ष को साथ लेकर चलने की बात कही।
पीएम मोदी बोले, ‘सत्ता बहुमत से, देश सर्वसम्मति से चलता है’
नई दिल्ली।लोकसभा चुनाव के चार चरणों के बाद हर दल बाकी चरण के मतदान में खुद को अव्वल नंबर पर लाना चाहता है। इस बीच पीएम मोदी ने कहा जब पूर्ण बहुमत होता है तो जनहित के फैसले दृढ़ता से समय पर लिए जा सकते हैं। सत्ता बहुमत से बनती है और देश सर्वसम्मित से। पीएम मोदी ने यह बात पत्रिका से की गई विशेष बातचीत के दौरान कही।
बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने गठबंधन और बहुमत वाली सरकार के विषय पर अपने मन की बात कही। पीएम ने कहा कि सरकार बहुमत से बनती है लेकिन देश सर्वसम्मति से चलता है। उन्होंने कहा, “इसलिए मैं पिछली बार चुनाव जीतने के बाद भी बोला था कि जिन्होंने मुझे वोट दिया, यह सरकार उनकी भी रहेगी और जिन्होंने वोट नहीं दिए यह सरकार उनकी भी होगी।”
लोकसभा चुनाव 2019: इन 7 सीटों पर है दिलचस्प मुकाबला, आपको होनी चाहिए जानकारी विपक्ष को लेकर प्रधानमंत्री ने बताया, “हम कांग्रेस को भी देश चलाने में साथी मानते हैं, सरकार चलाने में पक्ष-विपक्ष हो सकते हैं, देश चलाने में कोई प्रतिपक्ष नहीं हो सकता। हां ये अवश्य है कि गठबंधन की सरकार में भी, जो प्रमुख दल हैं, उसके पास जब पूर्ण बहुमत होता तो जनहित के फैसले दृढ़ता से समय पर लिए जा सकते है। यदि सरकार में प्रमुख दल ही कमजोर रहता है तो हम 30 साल देख चुके हैं कि कैसे देश संभावनाओं के अनुरूप प्रगति नहीं कर पाता।”
पिछले लोकसभा चुनाव में मिले पूर्ण बहुमत को लेकर पीएम मोदी ने कहा, “वर्ष 2014 में जो निर्णायक जनादेश हमें मिला उससे जिस स्पीड और स्केल से काम हुआ है, ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं, ये सबके सामने है। एक परिवार के बाहर के किसी भी प्रधानमंत्री के साथ सम्मानजनक व्यवहार नहीं हुआ। सत्ता बहुमत से, देश सर्वसम्मति से चलता है। संविधान के बताए रास्ते पर ही चलेंगे। राम मंदिर पर तो हमारा स्टैंड शुरू से स्पष्ट है। सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर की सुनवाई को लटकाने कौन गया था?
उन्होंने आगे कहा, “पिछले 5 वर्षों में एक बात तो स्पष्ट हो गई है कि जो लोग 50 साल से अधिक समय तक सरकार चलाने में विफल रहे, वे विपक्ष की भूमिका निभाने में भी विफल रहे। वे मुद्दों को उठाने और रचनात्मक रूप से बहस करने के अपने कर्तव्य को निभाने में भी विफल रहे हैं, जो एक लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका होती है।”
वो 10 राजनेता जो आजतक कोई भी लोकसभा चुनाव नहीं हारे अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड सौंपते हुए उन्होंने कहा, “आंकड़े कभी झूठ नहीं बोलते। 16वीं लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 15वीं लोकसभा से अधिक रही। 2014 से 2019 तक, लोकसभा की प्रोडक्टिविटी राज्य सभा की तुलना में भी अधिक थी। इस वर्ष के बजट सत्र में, जहां राष्ट्रपति का अभिभाषण और बजट पर चर्चा होनी थी, उस दौरान लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 89 प्रतिशत थी, जबकि राज्यसभा की प्रोडक्टिविटी 8 प्रतिशत थी। यह बात हर कोई जानता है कि राज्यसभा में किस पार्टी का संख्या बल अधिक है और इसके परिणाम आपके सामने हैं।”
विपक्ष को निशाने पर लेते हुए पीएम मोदी बोले, “जेंडर जस्टिस और सोशल जस्टिस की बात करने में भी विपक्ष असफल रहा है। विपक्षी दलों में से किसी ने भी ट्रिपल तलाक को समाप्त करने में कोई सहयोग नहीं किया। मंडल समर्थक होने का दावा करने वाली कांग्रेस पार्टी और अन्य दल ओबीसी आयोग के गठन में भी देर करने का लगातार प्रयास करते रहे। लोगों ने देखा है कि कैसे विपक्षी दल के नेताओं ने और खासतौर पर कांग्रेस के नेताओं ने संसदीय कार्यवाही में बाधा पहुंचाने का कार्य किया। उनकी विफलता के लिए, लोग अब विपक्ष को सबक सिखाना चाहते हैं।”