राहुल की यह टिप्पणी पेगासस टैपिंग मुद्दे पर सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए दिन में 14 विपक्षी दलों की बैठक के बाद आई है, जो एक बड़े राजनीतिक विवाद में बदल गया है। पेगासस मुद्दे पर विपक्ष केंद्र पर लगातार हमलावर है इसकी वजह से संसद में भी हंगामा देखने को मिल रहा है, जिसके कारण मानसून सत्र बार-बार स्थगित करना पड़ रहा है।
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मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, पूरा विपक्ष यहां है। संसद में हमारी आवाज पर अंकुश लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम केवल यह पूछ रहे हैं कि क्या पेगासस सॉफ्टवेयर खरीदा गया था और क्या इसका इस्तेमाल भारत में कुछ लोगों के खिलाफ किया गया था।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, सरकार ने कहा है कि कोई चर्चा नहीं.. हमें सदन के पटल पर चर्चा क्यों नहीं करनी चाहिए? (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी ने एक हथियार (पेगासस) डाल दिया है और हमारे फोन पर जासूसी कर रहे हैं।
राहुल ने सरकार पर दागे तीखे सवाल
राहुल गांधी ने पेगासस को लेकर सरकार पर तीखे सवाल दागे। राहुल ने कहा, मैं लोगों से पूछना चाहता हूं कि नरेंद्र मोदी ने आपके फोन में एक हथियार (पेगासस) रखा है.. विपक्षी नेताओं, पत्रकारों, एक्टिविस्ट के खिलाफ इसका इस्तेमाल किया है.. क्या संसद में इसकी चर्चा नहीं होनी चाहिए?
उन्होंने कहा, अगर हम (विपक्ष) सहमत होते हैं तो पेगासस पर कोई चर्चा नहीं होगी, यह मुद्दा दब जाएगा। राहुल ने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक पेगासस पर संसद में चर्चा नहीं होती, वह कहीं नहीं जा रहे हैं।
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भाजपा के आरोपों पर कि कांग्रेस संसद को चलने नहीं दे रही है। केरल के वायनाड से कांग्रेस के लोकसभा सांसद राहुल गांधी (जिनका नाम भी कथित जासूसी लक्ष्यों की सूची में है) ने कहा, वे कहते हैं कि हम संसद की कार्यवाही में व्यवधान ला रहे हैं। लेकिन हम चाहते हैं कि अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करें और यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है।
इस बीच, शिवसेना सांसद संजय राउत, जो आज की बैठक का हिस्सा थे, ने कहा कि विपक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा, लोकतंत्र और किसानों के कल्याण के मुद्दों की रक्षा के लिए हमारे रुख में एकजुट है। राहुल गांधी के अलावा शिवसेना, सीपीआई और सीपीएम, राष्ट्रीय जनता दल, आप और डीएमके के कई विपक्षी नेता बैठक का हिस्सा थे, जो पेगासस टैपिंग मुद्दे पर सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए की गई थी।