केरल बाढः राज्य ने मांगे 2000 करोड़ और केंद्र ने दिए सिर्फ 500 करोड़, शुरू हुई सियासत
बीजेपी बोली- आहत हुआ देश
पंजाब बीजेपी के नेता राजेश हनी ने कहा कि सिद्धू पाकिस्तान चले गए लेकिन उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार में शामिल होना उचित नहीं समझा जिन्होंने उन्हें राजनीति में पहचान दिलाई। उन्होंने सिद्धू को नसीहत दी कि वह आज क्रिकेटर नहीं बल्कि देश के एक राज्य के कैबिनेट मंत्री हैं। शपथ ग्रहण समारोह में सिद्धू का पाक सेनाध्यक्ष जावेद बाजवा से गले मिलना शहीदों का अपमान है। उनके इस कृत्य से सैनिकों के परिवारों समेत प्रत्येक देशवासी आहत हुआ है।
सिद्धू ने पाकिस्तान और बाजवा की शान में गढ़े कसीदे
पाकिस्तान जाने और बाजवा से गले मिलने पर घिरे नवजोत सिंह सिद्धू ने सफाई देते हुए बाजपा और पाक की शाह में कसीदे पढ़े है। वापसी से पहले मीडिया से बात करते हुए सिद्दू ने कहा कि ये हमारी ड्यूटी है कि हम वापस जाने के बाद अपने सरकार से कहे कि वो पाकिस्तान की ओर दोस्ती का एक कदम बढ़ाए। मैं आशा करता हूं कि भारत सरकार के एक कदम पर पाकिस्तान की ओर से दो कदम बढ़ाए जाएंगे। जनरल बाजवा ने आज मुझसे गले मिलते हुए कहा कि हम शांति चाहते है। इसलिए हमे नीले समंदर में तैरना चाहिए न कि खून से रंगे लाल समंदर में। वहीं बाजवा से गले मिलने को लेकर कहा कि आज सुबह पाकिस्तान सेना के जनरल कमर जावेद बाजवा मेरे पास आए और बताया कि वो सिख गुरु नानक देव की 550 जंयती समारोह पर करतारपुर रूट खोलना चाहते है।
कांग्रेस पर भी उठे सवाल
नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने से सिर्फ वे नहीं बल्कि कांग्रेस पर भी सवाल उठे हैं। पंजाब बीजेपी ने कहा कि बिना पार्टी की अनुमति के सिद्धू पाकिस्तान नहीं जा सकते थे। जिस वक्त पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायजपेयी के निधन पर शोक में डूबा था सिद्धू मुस्कुराते हुए बाघा बॉर्डर पार कर पाकिस्तान जा रहे थे।