कैसे बाजपेयी ने पुलिस वालों को खरी खोटी सुनाया ? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियों जिसमें सुना जा सकता है कि कैसे वह पुलिस वालों की क्लास ले रहे है । उन्होंने कहा कि “इनको वो पसंद आता है जो कार से चलता है। जो खुद कमाता है और इनको कमवाता है। हम न पैसा लेते हैं न देते हैं। इसके साथ ही लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने उनको चेतावनी देते हुए कहा कि ‘फकीर जिस दिन उलट देता है जान बचानी मुश्किल हो जाती है। ये मेरठ है, रावण की ससुराल है और मैं कबड्डी खेलने का आदि हूं। ट्रांसफर कराने वाला नेता नहीं हूं। यही रखूंगा और छाती पर खड़े होकर नाचूंगा ।
दरअसल कल यानी रविवार को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिंहा अपने एक दिवसीय दौरे पर मेरठ में थे। वह मेरठ के सर्किट हाउस में ठहरे हुए थे। जहां पर बीजेपी के बड़े बड़े नेता उनसे मिलने के लिए पहुंच रहे थे। सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेयी भी उनसे मिलने के लिए अपने स्कूटी से पहुंचे , लेकिन पुलिस ने उन्हें पहचाना नहीं,जाने से रोक दिया। जिस कारण वह पुलिस पर भड़क गए और खरी खोटी सुनाने लगे ।
प्रदेश अध्यक्ष के दौरान स्कूटर से घूमते नजर आए बाजपेयी लक्ष्मीकांत वाजपेयी की गिनती उन नेताओं में होती है, जो सादगी और जमीन से जुड़े रहकर जीवन जीते हैं। विधायक रहते हुए भी वह हमेशा अपने पुराने स्कूटर से ही शहर में घूमते नजर आते हैं। बाजपेयी मेरठ से चार बार के विधायक रह चुके हैं। 2002 में प्रदेश में गठबंधन सरकार में मंत्री भी रहे हैं। यूपी में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए 2014 के लोकसभा चुनाव में डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने प्रदेश की 80 सीटों में से 73 सीटें दिलाई थीं। 2017 के विधानसभा चुनावों में वह अहम रोल में थे लेकिन वह अपने विधानसभा मेरठ से चुनाव हार गए थे। इसके बाद से ही वह पार्टी से साइड लाइन कर दिए गए थे , लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव उन्हें ज्वाइनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया। यूपी में बीजेपी की दोबारा सत्ता में वापसी होने के बाद लक्ष्मीकांत बाजपेयी को राज्यसभा का सांसद नियुक्त किया गया और अभी हॉल में उन्हें झारखंड का प्रभारी बनाया गया है।