भूपेंद्र यादव, सर्वानंद सोनोवाल, मनसुख मंडाविया, स्मृति ईरानी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नारायण राणे, अश्विनी वैष्णव, किरण रिजिजू और अनुराग ठाकुर शामिल हैं। ये हुए कमेटी से बाहर
रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर जैसे बड़े चेहरे कैबिनेट के साथ-साथ कमेटी से भी बाहर हो गए हैं। हालांकि हर्षवर्धन और सदानंद गौड़ा अब भी कुछ कमेटियों का हिस्सा हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट कमेटियों में जो अहम बदलाव किए हैं, उसमें सबसे चौंकाने वाला बदलाव पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी से जुड़ा है। इस कैबिनेट कमेटी में स्मृति ईरानी, सर्वानंद सोनोवाल, गिरिराज सिंह, मनसुख मंडाविया, भूपेंद्र यादव जैसे चेहरों को जगह देकर पीएम ने सभी को चौंका दिया है। दरअसल कमेटी की कमान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि जिन लोगों को पीएम ने अपने साथ रखा है वो कमेटी के सबसे स्ट्रॉग्न हेंड हैं।
संसदीय मामलों (Parliamentary Affairs) की कैबिनेट कमेटी की कमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हाथ में है। इस कैबिनेट कमेटी में अर्जुन मुंडा, विरेंद्र कुमार, किरण रिजिजू, अनुराग ठाकुर की एंट्री हुई है।
दरअसल अपने दूसरे कार्यकाल में करीब दो साल बाद मोदी सरकार ने केंद्रीय कैबिनेट में हाल में बदलाव किया है। इस बदलाव के साथ ही उन्होंने ना सिर्फ युवा चेहरों पर भरोसा जताया बल्कि हर जाति वर्ग को प्रमुखता से जगह दी। यही नहीं महिलाओं की भागीदारी को भी बढ़ाया है। अब केंद्रीय कैबिनेट में 11 महिला मंत्री शामिल हैं।