मंत्रालयों के बंटवारे में उद्धव ठाकरे ने तीनों दलों में बराबर वेटेज देते हुए मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी है।
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शिवसेना ने अपने जिन मंत्रालयों को रखा है उनमें गृह मंत्रालय, शहरी विकास, PWD और पर्यावरण प्रमुख रूप से शामिल हैं। एनसीपीः शिवसेना के बाद एनसीपी के भी महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं। इनमें वित्त मंत्रालय, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, जल संसाधन और खाकद्य आपूर्ति प्रमुख रूप से शामिल है।
मंत्रालयों के बंटवारे में उद्धव ठाकरे ने अपने पास कोई जिम्मेदारी नहीं रखी है। यानी कोई भी मंत्रालय का काम उद्धव ने अपने पास नहीं रखा है। डिप्टी सीएम पर सस्पेंस बरकरार
मंत्रालयों के बंटवारे तो आखिरकार उद्धव ठाकरे ने कर दिए, लेकिन अब तक डिप्टी सीएम के नाम पर सस्पेंस बरकरार है। दरअसल इस दौड़ में सबसे आगे अजित पवार का ही नाम चल रहा है। लेकिन दूसरी तरफ सूत्रों की मानें तो कांग्रेस चाहती है एनसीपी के किसी अन्य बड़े नेता को ये जिम्मेदारी सौंपी जाए। क्योंकि अजित पवार एक बार पहले ही बगावत कर चुके हैं।