मायावती से अगल होकर बनाया दल
मायावती से विवाद के बाद बसपा से अलग हुए ओम प्रकाश राजभर ने 2004 में राजभर समुदाय के प्रतिनिधित्व करने के लिये सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का गठन किया। उन्होंने पार्टी तो बना ली पर सफलता नहीं मिली। उन्होंने अंसारी बंधु का साथ पकड़ा, लेकिन उसका भी फायदा नहीं मिला। आखिर में बीजेपी से गठबंधन किया तो 13 साल बाद पार्टी ने पहली बार जीत हासिल की। चार सीटें जीतने के बाद ओम प्रकाश राजभर भी आखिरकार यूपी विधानसभा पहुंच गए। उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया है। लेकिन पिछले कई माह के दौरान राजभर योगी सरकार के खिलाफ बयान देकर भाजपा के लिए मुसीबत खड़ी कर रहे थे। इसी के चलते अब भाजपा उन्हीं की पार्टी के कार्यकर्ताओं को पार्टी में शामिल कर जवाब दे रही है।
18 फीसदी राजभर समाज के वोट
राजभर मुलरूप से बलिया के रसड़ा गांव के निवासी हैं। इन्होंने 1981 में कांशीराम के दौर से राजनीतिक पारी की शुरूआत की। 2001 में भदोही का नाम बदलकर संत कबीर नगर रखने को लेकर मायावती से विवाद हुआ और ओम प्रकाश ने बसपा छोड़ दिया। पूर्वांचल की जातिगत गणना में राजभरों की गिनती करीब 18 प्रतिशत है। पार्टी भले ही चुनाव न जीती हो पर जब भी प्रत्याशी लड़े मजबूती से लड़े और खेल बिगड़ने का काम किया। बाहुबली मोख्तार अंसारी की पार्टी से भासपा का गठबंधन किया, उससे मोख्तार परिवार को फायदा हुआ और 2012 के चुनाव में मोहम्मदाबाद व मऊ सदर सीट पर अंसारी बंधु जीते। 2017 में भासपा को भाजपा ने आठ सीटों पर चुनाव लड़ाया जिनमें पहली बार पार्टी ने चार सीटों पर जीत हासिल की।
भाजपा के साथ मिलकर करेंगे काम
भासपा छोड़ने वाले नेताओं ने कहा कि अब 2019 में भाजपा के लिए कार्य करेंगे। संगठन में जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसे निभाएंगे। कानपुर मंडल के प्रमुख महासचिव पंडित उपेंद्र नाथ शर्मा ने कहा कि मंत्री राजभर वर्तमान में अपने विवेक के बजाए दूसरे दलों के नेताओं के इशारे पर कार्य कर रहे हैं। भाजपा ने उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी। लेकिन मंत्री राजभर जनता के कार्यो के बजाए अपनी बयानबाजी में ज्यादा व्यस्थ रहे। कहा कि भासपा के पास जनाधार नहीं बचा। वहीं भाजपा नगर अध्यक्ष ने बताया कि भासपा के सभी पदाधिकारियों का पार्टी में स्वागत है। आने वाले दिनों में सपा, बसपा व कांग्रेस के नेता भी उनकी जनविरोधी नितियों के चलते भाजपा की सदस्यता लेंगे।