दरअसल, मंगलवार को गुपकार गठबंधन ने पीएम मोदी की बैठक में शामिल होने या न होने को लेकर बैठक बुलाई। इस बैठक में यह तय किया गया कि गुपकार गठबंधन के सदस्य इसमें शामिल होंगे। वहीं महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र सरकार को फिर से पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तालिबान से बातचीत हो सकती है तो फिर पाकिस्तान से क्यों नहीं हो सकती है।
पीएम मोदी की बैठक में महबूबा मुफ्ती, फारूक और उमर अब्दुल्ला समेत जम्मू-कश्मीर के 14 नेता आमंत्रित
महबूबा ने कहा कि सरकार दोहा (कतर की राजधानी) में तालिबान के साथ बातचीत कर सकती है तो फिर पाकिस्तान से भी बातचीत करनी चाहिए। बता दें कि इससे पहले कई बार महबूबा मुफ्ती पाकिस्तान के साथ वार्ता करने की वकालत कर चुकी हैं।
35A और 370 पर नहीं करेंगे समझौता
मंगलवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारुक अब्दुल्ला के घर पर गुपकार गठबंधन की बैठक हुई। इस बैठक में 24 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में शामिल होने का फैसला लिया गया है। इस दौरान गुपकार गठबंधन के सदस्य मुजफ्फर शाह ने कहा कि आर्टिकल 370 और 35 ए को लेकर किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा और इन्हें हटाए जाने पर हमारा विरोध जारी रहेगा।
कश्मीर पर हो सकता है बड़ा निर्णय, 24 जून को PM मोदी करेंगे सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता!
वहीं, महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सरकार दोहा जाकर तालिबान के साथ बात कर सकती है तो ऐसे में जम्मू-कश्मीर आकर सरकार को बात करनी चाहिए। महबूबा ने बैठक में पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की वकालत करते हुए कहा कि सरकार को इस बारे में विचार कर चाहिए। उन्होंने कहा कि आर्टिकल 35 ए और धारा 370 को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे।