आप नेता सौरव भारद्वाज का बड़ा बयान- अब शाहीन बाग खाली कराने की जरूरत नहीं जानकारी के मुताबिक रामलीला मैदान में रविवार को होने वाले अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के शपथ ग्रहण समारोह में आम आदमी पार्टी (AAP) संभवत: दूसरे दलों के वरिष्ठ नेताओं और मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित नहीं करेगी। आप प्रमुख द्वारा अगली सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया जाना औपचारिक प्रक्रिया है। केजरीवाल को बुधवार को पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बेहतरीन जीत दर्ज करके केजरीवाल 16 फरवरी को लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। शपथग्रहण समारोह जनता के लिए खुला है, लेकिन आम आदमी पार्टी दूसरे दलों के नेताओं और मुख्यमंत्रियों को बुलाने पर विचार नहीं कर रही है। वह केन्द्र की भाजपा नीत सरकार के खिलाफ टकराव वाली छवि नहीं बनाना चाहती। उन्होंने कहा कि पार्टी ने अभी तक अंतिम फैसला नहीं लिया है।
गृह मंत्रालय ने कहा- असम NRC डेटा सुरक्षित, कांग्रेस ने उठाए थे सवाल बता दें कि मंगलवार को आए दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को जबरदस्त जीत हासिल हुई है। दिल्ली की 70 सीटों में से उसने 62 पर अपना कब्जा जमाया है। वहीं बीजेपी को महज आठ सीटों पर ही जीत नसीब हुई। पिछली बार की तरह इस बार भी कांग्रेस का खाता नहीं खुला।
कांग्रेस नेता पीसी चाको बोले- शीला दीक्षित के समय से कांग्रेस का ग्राफ गिरना शुरू हो गया था आप को कुल पड़े वोटों का 53.6 प्रतिशत शेयर मिला जबकि बीजेपी को 38.5 फीसदी मत पड़े। कांग्रेस के हिस्से में महज 4.26 प्रतिशत वोट शेयर रहा। इस बंपर जीत के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों का शुक्रिया अदा किया और उन्हें सार्वजनिक तौर पर आई लव यू कहा। यह लगातार तीसरी बार होगा जब आम आदमी पार्टी दिल्ली में सरकार बनाएगी।