यह पहला मौका नहीं है जब बावरिया ने एेसा बयान दिया हो। वे इससे पहले कह चुके हैं कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर सुरेन्द्र चौधरी उपमुख्यमंत्री होंगे। उनके इस बयान का पार्टी के ही नेताओं ने तीखा विरोध किया था। अनुसूचित जाति वर्ग के नेता चौधरी प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। नेताओं का विरोध इस बात को लेकर रहा कि चुनाव के पहले किसी जाति वर्ग विशेष से उपमुख्यमंत्री घोषित क्यों किया जा रहा है। यह विवाद शांत नहीं हुआ कि बावरिया ने कह दिया कि कमलनाथ या सिंधिया में से ही सीएम का चेहरा होगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले एेसी मांग उठाते थे, लेकिन अब वे इसका समर्थन नहीं करते।
हां, मैंने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के लिए पार्टी अध्यक्ष कमलनाथ और चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिया है। कांगे्रस सरकार बनती है तो इन्हीं में से एक सीएम होगा।
-दीपक बावरिया, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी
इस समय यह मुद्दा नहीं है कि सीएम कौन होगा। हम चाहते हैं कि एक-एक कार्यकर्ता जीतने के लिए मैदान में आए। हमें चुनाव जीतने के लिए काम करना। सीएम का चेहरा कौन होगा यह पार्टी का विषय है।
-ज्योतिरादित्य सिंधिया, अध्यक्ष, चुनाव अभियान समिति
प्रदेश प्रभारी के बयान पर मैं क्या कहूं। मैं तो सिर्फ इतना कह सकता हूं कि ‘सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठम् लट्ठाÓ।
-अरुण यादव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वे अपनी तरफ से कुछ नहीं बोलते, उनका बोलने का मतलब पार्टी की गाइडलाइन है। राहुल शायद एेसा चाह रहे होंगे।
-मानक अग्रवाल, अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग