इसके अलावा उन्होंने कहा कि भाजपा के पास हिंदुत्व का ‘पेटेंट’ नहीं है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के दिवंगत सुप्रीमो बाला साहब ठाकरे ने बीजेपी को दिखाया था कि ‘भगवा और हिंदुत्व’ के मेल से केंद्र की सत्ता हासिल करने में मदद मिल सकती है। ठाकरे ने कहा कि बीजेपी के उलट शिवसेना हमेशा से ‘भगवा और हिंदुत्व’ को लेकर प्रतिबद्ध रही है जबकि उसके (बीजेपी) भारतीय जनसंघ और जन संघ जैसे अलग-अलग नाम है जो अलग विचारधारा प्रसारित करती है।
उन्होंने कहा, “भाजपा के पास हिंदुत्व का पेटेंट नहीं है। मुझे आश्चर्य है कि अगर भगवान राम का जन्म नहीं हुआ होता तो भाजपा राजनीति में कौन सा मुद्दा उठाती। क्योंकि भाजपा के पास मुद्दों की कमी है इसलिए वह धर्म और नफरत (फैलाने) पर बात कर रही है।” उन्होंने आगे कहा कि उनके पिता बाल ठाकरे वह व्यक्ति थे जिन्होंने उन्हें (भाजपा को) दिखाया कि भगवा और हिंदुत्व उन्हें दिल्ली के रास्ते पर ले जा सकता है।
कोल्हापुर उत्तर उपचुनाव पर बोलते हुए ठाकरे ने कहा कि वर्ष 2019 में वर्ष 2014 के मुकाबले (कोल्हापुर उत्तर सीट पर) कांग्रेस के वोट बढ़ गए जिसका नतीजा हुआ कि शिवसेना प्रत्याशी की बीजेपी के साथ गठबंधन के बावजूद हार हुई। उन्होंने सवाल किया कि बीजेपी के वोट साल 2019 में कहां गए? क्या उस समय आपने कांग्रेस के साथ गुप्त गठबंधन किया था?
उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह अपर बाल ठाकरे का सम्मान करती है तो वह नवी मुंबई में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का ना दिवगंत शिवसेना संस्थापक के नाम पर करने के प्रस्तब का विरोध क्यों कर रही है। उन्होंने कहा की 2019 में बीजेपी ने शिवसेना को मुख्यमंत्री का पद देने का वादा किया था मगर बीजेपी अपने शब्दों और प्रतिबद्धता से पीछे क्यों हट गई?
2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को साझा करने के मुद्दे पर बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन टूट गया था। बता दें 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रकांत जाधव ने शिवसेना विधायक राजेश क्षीरसागर को कोल्हापुर उत्तर सीट से हराया था। जाधव के निधन के बाद 12 अप्रैल को उपचुनाव कराया जा रहै है। एमवीए प्रत्याशी जयश्री जाधव दिवंगत विधायक जाधव की पत्नी है और उनके खिलाफ भाजपा ने सत्यजीत कदम को प्रत्याशी बनाया है।