राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सबसे प्रिय तीन बंदर किस पदार्थ के बने थे, उन्हें वर्तमान में कहां रखा गया है, इस जानकारी को जुटाने में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति भारत सरकार के अधिकारियों को छह माह लग गए। अधिवक्ता राजीव खरे ने बताया, उन्होंने जानकारी को प्राप्त करने की आरटीआई केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी प्रधानमंत्री कार्यालय में लगाई थी।
बताया जाता है कि नागपुर स्थित सेवाग्राम में तीन बंदरों की ये मूर्तियां महात्मा गांधी को एक चीनी प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की थी। प्रतिनिधि मंडल ने तब बापू से कहा था कि इनकी मूर्तियों का मूल्य कीमती खिलौनों की तुलना में भले ही कुछ न हो लेकिन इनका संदेश बेशकीमती है। चीन में इन संदेशों की बड़ी मान्यता और लोकप्रियता है।
हाल ही में भारत दौरे पर आए जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे को साबरमती आश्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी संगमरमर से बनी बापू के ३ बंदरों की ऐसी ही प्रतिमाएं उपहार में भेंट की थी।