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बता दें कि पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया गया था। इस कैंपने के माध्यम से उन्हें ट्रोल कर उनकी रैंकिंग को प्रभावित किया जा रहा था। दरअसल, यह मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र से जुड़ा है। दरअसल, लखनऊ में एक महिला ने पोसपोर्ट अधिकारी पर आरोप लगाया था कि उसने धर्म के नाम पर उसको अपमानित किया था।
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यह घटना सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई थी। वहीं आरोपी पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा का बयान आने के बाद सुषमा स्वराज को खूब ट्रोल किया गया था। इससे भी चौंकाने वाली बात यह है कि सुषमा ने खुद अपने खिलाफ किए जा रहे कई ट्वीट्स को लाइक कर एक ट्वीट भी किया। सुषमा ने चुटकी लेते हुए कहा था कि वह 17 से 23 जून 2018 तक देश से बारह थी इसके लिए उनके नहीं पता कि उनके गैरमौजूदगी में क्या हुआ। इस बीच उन्होंने यह भी लिखा कि कुछ ट्वीट्स से उन्होंने अपने आपको सम्मानित महसूस किया है।